सोनालीका ने हासिल किया 1 लाख ट्रैक्टर का लक्ष्य
चौथी तिमाही में 56 प्रतिशत की वृद्धि |
नई दिल्ली। सोनालीका इंटरनेशल ट्रैक्टर्स लि. (आई टी एल) ने वित्तीय वर्ष 2017-18 में 1 लाख ट्रैक्टर्स की बिक्री कर एक रिकार्ड बनाया है। सोनालीका ने बहुत ही कम समय में 22 प्रतिशत की यह वृद्धि दर हासिल की है।
देश के सबसे युवा ब्राण्ड सोनालीका का होशियारपुर में दुनिया का सबसे बड़ा एकीकृत ट्रैक्टर विनिर्माण संयंत्र है। जिसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता लगभग 3 लाख ट्रैक्टर्स की है। सोनालीका ने वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में ट्रैक्टर उद्योग की वृद्धि दर से भी आगे बढ़कर 56 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है। मार्च में सोनालीका ने 12,791 ट्रैक्टरों की कुल बिक्री के साथ 80 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।
श्री रमन मित्तल, कार्यकारी निदेशक, सोनालीका आईटीएल ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2013 में जब हमने 50,853 ट्रैक्टर्स बेचे तब हमने वित्त वर्ष 2018 तक 1 लाख बिक्री का मील का पत्थर हासिल करने का लक्ष्य तय किया था।’ इस सपने को हासिल करने के लिये हमने किसानों को केंद्र में रखा। हमने हर राज्य, हर प्रकार की मिट्टी दशाओं और पडलिंग, ऑर्चर्ड फार्मिंग, आलू की खेती, रोटावेटर, कल्टिीवेटर और कई अन्य कार्यों के लिये उपयुक्त उत्पाद बनाने शुरू किए। यह एक साधारण उद्देश्य था लेकिन इसके लिए एक जटिल समाधान है इसका मतलब एक प्रतिस्र्पी कीमत पर सबसे आधुनिक प्रौद्योगिकी के साथ 1000 से अधिक संस्करण होना है जिसके परिणामस्वरूप 20-120 एचपी की रेंज में सबसे व्यापक श्रृंखला कंपनी के पास उपलब्ध हो गई।
कंपनी के भविष्य की योजनाओं और उद्योग के दृष्टिकोण के बारे में श्री मित्तल ने कहा, सभी भौगोलिक क्षेत्रों की ओर ध्यान देने से हम सभी राज्यों में अग्रणी कंपनी के तौर पर उभरे हैं, इसके साथ 4 देशों में नेतृत्व करने की भूमिका के साथ 100 से अधिक देशों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा सके हैं।
हमने सिकंदर ट्रैक्टर्स की नई श्रंखला पूरा करते हुए नई पीढ़ी के ट्रैक्टर्स की आधुनिक नई श्रृंखला जल्द ही पेश करेंगे।
अनुकूल मानसून के साथ सरकार की कृषि को केंद्र में रखकर तैयार की गई नीतियों के दम पर उद्योग के तेज गति से आगे बढऩे की उम्मीद है। हम मेक इन इंडिया के प्रयास को आगे बढ़ा रहे हैं और किसानों के जीवन का हिस्सा बने रहते हुए उनकी समृद्धि बढ़ाने योग्य बना रहे हैं।