फसल की खेती (Crop Cultivation)

कपास में देखा गया गुलाबी सुंडी का प्रकोप, फसल बचाने के लिए किसान करे ये 7 उपाय

20 दिसम्बर 2023, भोपाल: कपास में देखा गया गुलाबी सुंडी का प्रकोप, फसल बचाने के लिए किसान करे ये 7 उपाय – राजस्थान की मुख्य पैदावार में से एक कपास फसल पर गुलाबी सुंडी का प्रकोप देखा जा रहा है। फसल बर्बाद होने से बचाने के लिए राजस्थान सरकार ने कृषि एवं उद्यानिकी शासन से विचार विमर्श के दौरान एडीजी सीड्स व अन्य वैज्ञानिकों द्वारा कीट प्रकोप से बचाव के लिए निम्न उपाय बताये हैं। किसान कपास की फसल में गुलाबी सुंडी पर नियंत्रण के लिए कृषि विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करें और अपनी फसल को बचाएं। कृषि विभाग द्वारा जारी उपाय इस प्रकार हैं-

1.विभागीय सिफारिश अनुसार ही उपयुक्त समय पर फसल की बुवाई करें।

2.कीट की मॉनिटरिंग करने हेतु फैरोमेन ट्रेप लगाये।

3.कम उंचाई वाली व कम अवधि में पकने वाली किस्मों को प्राथमिकता दी जाए।

4.केन्द्रीय कपास अनुसंधान संस्थान, सिरसा, हरियाणा द्वारा जारी किये गये समय-सारणी अनुसार फसल 45-60 दिन की होने पर नीम आधारित कीटनाशक का छिड़काव करें।

5. फसल 60-120 दिन की होने पर सिंथेटिक पॉयरेथ्राट्रड्स का छिड़काव नही करते हुए सिफारिश अनुसार ही अन्य कीटनाशियों का छिड़काव करें।

6. फसल बुवाई से पूर्व ही अभियान चलाकर कृषकों को सलाह दी जाए कि खेत पर रखी हुई छट्टियों को झाड़कर अधपके टिण्ड़ों को इक्टठा कर नष्ट कर देवें तथा छट्टियों को खेत से दूर सुरक्षित स्थान पर भण्डारित करें।

7. जिनिंग मिलों में कॉटन की जिनिंग के उपरांत अवशेष सामग्री को नष्ट किया जावे तथा कपास के बिनोला को ढक कर रखा जावें, ताकि उसमें उपस्थित प्यूपा से उत्पन्न कीट का प्रसार नही हो सके।

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