संपादकीय (Editorial)

संपादकीय (Editorial) में भारत में कृषि, कृषि नीतियों, किसानों की प्रतिक्रिया और भारतीय परिदृश्य में इसकी प्रासंगिकता से संबंधित नवीनतम समाचार और लेख शामिल हैं। संपादकीय (Editorial) में अतिथि पोस्ट और आजीविका या ग्रामीण जीवन से संबंधित लेख भी शामिल हैं।

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बाजरा बीज उत्पादक कम्पनियों की संकर एवं उन्नत किस्में

कंपनी किस्म बाजरा नाथ बायोजीन बिगबी-1188, एनबीएच 1717, 20,21 महिको एमाआरबी-2210,2232, 204 जे.के.एग्री जेनेटिक्स जेकेबीएच-26, 778 गंगा कावेरी जीके-1044,1116 रासी सीड्स 2234,3136 श्रीराम बायोसीड बायोसीड -8434, 8369, 8448, 8484, 8510, 8492, 8494, 70 विभा एग्रोटेक अजय, आकाश, साईन बिस्को सीड

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जी एम तकनीक एवं कृषि विकास बीटी फसलों को मंजूरी दे सरकार

एक आकलन के मुताबिक म.प्र. में दालों का उत्पादन कम होने का मुख्य कारण सोयाबीन एवं गेहूं है ना कि कपास। जहां पहले दालें बोई जाती थीं वहां अब किसान सोयाबीन एवं गेहूं बोने लगे हैं क्योंकि दालों की तुलना

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दलहन उत्पादन में भारत विश्व में अव्वल

कृषि विवि में दलहनी फसलों पर राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न जबलपुर। विश्व में दलहन उत्पादन में भारत का प्रथम स्थान है। इसमें मध्यप्रदेश का 20 फीसदी योगदान है। फिर भी आवश्यकता पूर्ति हेतु भारत को औसतन 40 लाख टन का आयात

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रोजगार गारंटी से हुआ पानी की समस्या का समाधान

देवास। जिले की बागली जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत महूखेड़ा में पूनमचंद पिता अमरसिंह की जिंदगी अब खुशहाल हो गई है। खुशहाली की प्रमुख वजह है पानी की समस्या का समाधान। जिससे पूनमचंद के लिए खेती करना फिर से संभव

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पौधशाला तैयार करें मिर्च की

पौधशाला (नर्सरी) क्या है? पौधशाला या रोपणी अथवा नर्सरी एक ऐसा स्थान हैं जहां पर बीज अथवा पौधे के अन्य भागों से नये पौधों को तैयार करने के लिये उचित प्रबंध किया जाता है. पौधशाला का क्षेत्र सीमित होने के

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मिर्च को कीट-रोग से बचायें

मिर्च को कीट-रोग से बचायें – मिर्च में सबसे अधिक हानि पत्तियों के मुडऩे से होती है जिसे विभिन्न स्थानों में कुकड़ा या चुरड़ा-मुरड़ा रोग के नाम से जाना जाता है। यह रोग न होकर थ्रिप्स व माइट के प्रकोप

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औषधीय पौधे अधिक आय का साधन

प्राचीनकाल से भारत में औषधियों का भंडार रहा है। ऋग्वेद में (5000) वर्ष पहले 67 औषधीय पौधों का यजुर्वेद में 81 तथा अर्थववेद में (4500-2500 वर्ष पहले) औषधीय पौधों की 290 जाति का उल्लेख किया गया है। आयुर्वेदिक चिकित्सा में

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खरीफ की तैयारी का समय

मई माह के महत्वपूर्ण कृषि कार्य पंचों, भीषण गर्मी का समय चल रहा हेै । अधिकांश जल स्त्रोत सूख गये है। सबसे ज्यादा मुसीबत पशुओं की है । जल संकट के ऐसे कठिन समय में, हमें पशुओं का विशेष ध्यान

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आधुनिक खेती में है  संभावनाओं का द्वार

भारत शुरू से ही कृषि प्रधान देश रहा है। यहां की आबादी के 70 फीसद लोग कृषि से सीधे जुड़े हैं। कृषि पर इतनी बड़ी आबादी की निर्भरता कृषि विज्ञान में रोजगार की असीम संभावनाओं का द्वार खोलती है। कुछ

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भण्डार गृह बनाने के लिये किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान

इंदौर। राज्य शासन के निर्देशानुसार कृषकों को प्याज की खेती के मुनाफे के लिये प्याज भण्डार गृह बनाने की योजना प्रस्तावित है, ताकि प्याज की खेती के उचित दाम मिल सकें। चूंकि प्याज भण्डार गृह निर्मित नहीं होने के कारण

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