रबी सरसों की खेती
मृदा व उसकी तैयारी सरसों की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सर्वाधिक उपयुक्त होती है। भूमि का पी.एच. मान 7-8 के बीच अर्थात् उदासीन से हल्की क्षारीय मिट्टी सरसों की खेती के लिए अच्छा रहता है। सरसों की खेती
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंEditorial related to agriculture in India, agriculture policies, farmer feedback & its relevance in Indian Scenario.
मृदा व उसकी तैयारी सरसों की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सर्वाधिक उपयुक्त होती है। भूमि का पी.एच. मान 7-8 के बीच अर्थात् उदासीन से हल्की क्षारीय मिट्टी सरसों की खेती के लिए अच्छा रहता है। सरसों की खेती
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंमेमनों का चुनाव नर मेमने जिनकी उम्र तीन माह है उनका चुनाव करें। जन्म के समय उनका शरीर भार 3 से 4 किलो का हो तो सामान्यत: उनकी बढ़वार शरीर भार वृद्धि दर अच्छी रहती है। रोजाना कम से कम
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंमानसून के अतिरेक को सहते, सुलझते खरीफ अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच ही गया, अब तो कटाई उपरांत आंकड़े ही बतलायेंगे कि खरीफ कैसा रहा। कृषि की निरंतरता से सभी परिचित है खरीफ के अंतिम पृष्ठ से ही रबी की
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंरोग फैलने का तरीका यह रोग बीज, हवा, भूमि जनित है। इस बीमारी के बीजाणु (कोनिडिया) दाना बनते समय बीज में प्रवेश कर जाते है। रोग से अधिक प्रभावित बीज रंगहीन हो जाते हैं। अच्छे बीज को दूषित पानी में
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंवर्तमान में प्रदेश की प्रति व्यक्ति प्रतिदिन दुग्ध उपलब्धता 383 ग्राम है, जो राष्ट्रीय औसत से (315 ग्राम), विश्व के औसत (281 ग्राम) तथा भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की अनुशंसा (280 ग्राम) से अधिक है। वर्ष 2012-13 में मध्यप्रदेश प्रति
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंखरीफ फसलों में प्रमुख कीट व्याधि की पहचान एवं प्रबंधन उपायों की संक्षिप्त जानकारी यहां दी जा रही हैं । कम्बल कीट मानसून के आगमन के साथ ही इस कीट का जीवन चक्र आरम्भ होता हैं, हल्की रेतिली भूमि वाले
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंबैक्टीरियल पस्च्यूल की समस्या होने पर कासुगेमेसिन 0.2 प्रतिशत, कॉपर आक्सीक्लोराइड 0.2 प्रतिशत, या स्ट्रेप्टोसाइक्लिन 200 पी.पी.एम. का छिड़काव करें। गेरूआ रोग से बचाव के लिये हेक्जाकोनेजोल 5 ई.सी. या प्रोपाकोनेजोल 5 ई.सी. या ट्राईएडमिफान 25 डब्ल्यू. पी. या कापर
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंइंदौर। प्रदेश के किसान आज उद्यानिकी खेती को अपनाकर खासा लाभ कमा रहे हैं। मानपुर के श्री अजीजुर्रहमान पिता बशीर मोहम्मद (अज्जूभाई) ने अपनी लगन और कठिन परिश्रम के बल पर सब्जी उत्पादन में कुछ नया कारनामा करने की ठानी।
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंयदि आप अपनी सेहत बनाने की सोच रहे हैं तो सबसे पहले पेट साफ करने की जरूरत है. पेट में कब्ज रहेगा तो कितने ही पौष्टिक पदार्थों का सेवन करें, लाभ नहीं होगा. भोजन समय पर तथा चबा-चबाकर खाना चाहिए
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंबालाघाट। बालाघाट किसान कल्याण तथा कृषि विकास, के.जे. एजुकेशन सोसायटी आत्मा पी.पी. पार्टनर के रूप में वि.ख.किरनापुर, बिरसा बैहर के ग्राम, नारंगी, नेवरगांव, मोहगांव कला में फार्मस्कूल, समूह निर्माण, आवासीय प्रशिक्षण, प्रगतिशील कृषक, फसल प्लॉट प्रदर्शन आदान सामग्री वितरित कर
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