भिन्डी खाने के अनेक फायदे
भिन्डी का वैज्ञानिक नाम एबेलमोस्कस एस्कुलेन्टस है। हरी सब्जियों में अपना अलग स्थान रखने वाली भिन्डी को लेडी फिंगर भी कहा जाता है। भिन्डी एक ऐसी सब्जी जो या तो बेहद पसंद की जाती है, या फिर कुछ लोग इसे बिल्कुल पसंद नहीं करते। भिन्डी की सामान्यतया सूखी सब्जी ही बनाई जाती है लेकिन इस प्रकार से पकाई गई भिन्डी के मूल फाइबर व विटामिन्स नष्ट हो जाते हैं। यह सेहत का खजाना होती है। भिन्डी में फेक्टोस होने की वजह से यह क्षारीय होती है और जिलेटिन की वजह से एसीडिटी, अपच के शिकार लोगों को ठंडक पहुंचाती है। जिन लोगों को पेशाब से सम्बंधित समस्याएं होती हैं, उन्हें डॉक्टर खासतौर से भिन्डी खाने की हिदायत देते हैं। भिन्डी का वैज्ञानिक नाम एबेलमोस्कस एस्कुलेन्टस है। हरी सब्जियों में अपना अलग स्थान रखने वाली भिन्डी को लेडी फिंगर भी कहा जाता है। भिन्डी एक ऐसी सब्जी जो या तो बेहद पसंद की जाती है, या फिर कुछ लोग इसे बिल्कुल पसंद नहीं करते। भिन्डी की सामान्यतया सूखी सब्जी ही बनाई जाती है लेकिन इस प्रकार से पकाई गई भिन्डी के मूल फाइबर व विटामिन्स नष्ट हो जाते हैं। यह सेहत का खजाना होती है। भिन्डी में फेक्टोस होने की वजह से यह क्षारीय होती है और जिलेटिन की वजह से एसीडिटी, अपच के शिकार लोगों को ठंडक पहुंचाती है। जिन लोगों को पेशाब से सम्बंधित समस्याएं होती हैं, उन्हें डॉक्टर खासतौर से भिन्डी खाने की हिदायत देते हैं। भिन्डी स्वास्थ्य व पोषक दोनों में उच्च है। यह विटामिन, फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट एवं खनिज का अच्छा स्रोत है। भिन्डी में कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम,फास्फोरस, आयरन जैसे मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाया जाते हैं। भिन्डी में विटामिन ए, बी, सी बहुत ही प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, इसमे प्रोटीन और खनिज लवणों का एक अच्छा स्रोत है।
भिन्डी खाने से होने वाले लाभकैंसर से बचाव- भिन्डी एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्त्रोत हैं जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकता हैं भिन्डी को अपनी थाली में शामिल करके आप कैंसर को दूर भगा सकते हैं। खासतौर से कोलन कैंसर को दूर करने में भिन्डी बहुत फायदेमंद है। यह आंतों में मौजूद विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करती है, जिससे आंतें स्वस्थ रहती हैं और बेहतर तरीके से कार्य करती हैं।
स्वस्थ हृदय – भिन्डी आपके दिल को भी स्वस्थ रखती है । इसमें मौजूद पैक्टिन कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है, साथ ही इसमें पाया जाने वाला घुलनशील फाइबर, रक्त में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है, जिससे हृदय रोग का खतरा कम होता है।
मधुमेह (डायबिटीज) का निवारण- इसमें पाया जाने वाला यूगेनाल, डायबिटीज के लिए बेहद फायदेमंद साबित होता है। यह शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है, जिससे डायबिटीज का खतरा कम होता है।
अनीमिया से बचाव – भिन्डी एनीमिया को रोकने में मदद करती हैं। इसमें मौजूद आयरन हीमोग्लोबिन का निर्माण करने में सहायक होता है, और विटामिन- के, रक्तस्त्राव को रोकने का कार्य करता है।
मजबूत पाचन तंत्र –भिन्डी फाइबर से भरपूर सब्जी है। इसमें मौजूद लसलसा फाइबर पाचन तंत्र को मजबूत बनाता हैं । भिन्डी में मौजूद फाइबर पेट फूलना, कब्ज, दर्द और गैस जैसी समस्याओं को दूर करता हैं। मृदुकारी भिन्डी संवेदनशील बड़ी आंत की सतह की रक्षा करती हैं। जिससे ऐठन रुक जाती हैं। इसके सेवन से आंत में जलन नहीं होती है। इसके नियमित सेवन से किडनी की सेहत में सुधार होता है।
मजबूत हड्डियां- भिन्डी विटामिन-के का एक अच्छा स्त्रोत हैं भिन्डी में पाया जाने वाला यह लसलसा पदार्थ हमारी हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली – भिन्डी में विटामिन-सी होने के साथ यह एंटीआक्सिडेंट से भरपूर होती है। जिसके कारण यह इम्यून सिस्टम को मजबूत कर शरीर को बीमारियों से लडऩे में मदद करती है। इसे भोजन में शामिल करने से कई बीमारियों जैसे सर्दी, खांसी और संक्रमण से बचा जा सकता है।
आंखों की रोशनी- भिन्डी विटामिन-ए, बीटा कैरोटीन और एंटी-ऑक्सिडेंटस से भरपूर होती है, जो सेल्युलर चयापचय से उपजे मुक्त कणों को समाप्त करने में सहायक होते हैं। यह कण नेत्रहीनता के लिए जिम्मेदार होते हैं। यह मोतियाबिंद, उम्र से संबंधित धब्बेदार अधरू पतन और अन्य नेत्र समस्याओं को रोकने में सहायक होता है। भिन्डी में मौजूद बीटा कैरोटीन और विटामिन ए दृष्टि में सुधार लाने में मदद करता हैं।
जन्मजात विकृतियों पर रोक – गर्भावस्था में भिन्डी का सेवन लाभदायक होता है। भिन्डी में फोलेट (फोलिक एसिड) नाम का एक पोषक तत्व पाया जाता है जो भ्रूण के दिमाग के विकास को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
त्वचा संबंधी समस्या – भिन्डी का सेवन त्वचा के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता हैं। यह मुँहासे, सोरायसिस और अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं के उपचार में मदद करता हैं। इसके साथ ही अपकी त्वचा को जवान बनाए रखने में भी मदद करती है। भिन्डी को उबाल कर, मसल कर इसे त्वचा पर थोड़ी देर लगा कर रखें। धोने के बाद आप पायेंगे कि त्वचा बहुत मुलायम और ताजगी भरी लग रही है।
अन्य फायदे – भिन्डी में कम कैलोरी (30 कैलोरी प्रति 100 ग्राम) और उच्च फाइबर होता हैं जो वजन कम करने में मदद करता हैं। मोटापे को दूर करता है, कई बार शरीर में विटामिन्स की कमी से ज़्यादा खाने का मन करता है। इसलिए भिन्डी में मौजूद विटामिन्स उसकी कमी को दूर कर अनावश्यक भूख को मिटाते हैं। इसका प्रयोग बालों को खूबसूरत, घना और चमकदार बनाने में भी किया जाता है। इसके लसलसे पदार्थ को नींबू के साथ शैंपू की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है।