69 लाख पात्र कृषक सहकारी साख समितियों में
भोपाल। राज्य सहकारी बैंकों की वित्तीय सुदृढ़ता को लेकर शासन ठोस कदम उठाने की ओर अग्रसर है। सहकारी साख समितियों में पात्र कृषकों की संख्या लगभग 69 लाख हो गई है। इनमें से 23 लाख किसानों के मोबाइल नम्बर भी हैं। बैंक की अंशपूंजी 471 करोड़ से बढ़कर 515 करोड़ 81 लाख हो गई है। यह जानकारी मध्यप्रदेश राज्य सहकारी बैंक के प्रशासक श्री मनीष श्रीवास्तव ने बैंक के वार्षिक सम्मेलन में दी। इस मौके पर बैंक के प्रबंध संचालक श्री प्रदीप नीखरा भी उपस्थित थे। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि सहकारी बैंकों को सुदृढ़ बनाने के लिये सरकार नीति बना रही है। नीति के तहत पैक्स से लेकर शीर्ष सहकारी संस्थाओं के मौजूदा स्वरूप में व्यापक परिवर्तन किया जायेगा।
कृषि को लाभ का व्यवसाय बनाने के लिये किसानों को शून्य प्रतिशत पर ऋण उपलब्ध करवाया गया है। प्राकृतिक आपदा में मुख्यमंत्री के निर्देश पर खरीफ फसल के लिये दिये गये अल्पकालीन ऋण 5000 करोड़ को मध्यकालीन ऋणों में परिवर्तित किया जिससे 10 लाख 43 हजार किसान लाभान्वित हुए।
श्री श्रीवास्तव ने बताया कि प्राथमिक सहकारी समितियों द्वारा वर्ष 2015-16 में 2945 खरीदी केन्द्रों के जरिये 12 लाख किसानों से 22 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूँ, धान और मक्का की खरीदी की गई।