State News (राज्य कृषि समाचार)Farmer Success Story (किसानों की सफलता की कहानी)

जायद के मूंग ने बनाया मलामाल

Share

29 मार्च 2024, इंदौर: जायद के मूंग ने बनाया मलामाल – मध्यप्रदेश में रबी के बाद तीसरी फसल के रूप में जायद में मूंग फसल लेने के प्रति रुझान बढ़ा है। राज्य में नर्मदापुरम, हरदा, सीहोर, रायसेन आदि जिले ऐसे हैं, जहां जायद में मूंग का रकबा बढ़ता जा रहा है। यहां के किसानों ने जायद में मूंग का अच्छा उत्पादन लेकर खुद को मालामाल बनाया है। ऐसे ही तीन किसानों की सफलता की कहानी प्रस्तुत है।

श्री करण पटेल

ग्राम जिनवानिया (सिराली ) जिला हरदा के श्री करण पटेल करीब 12 वर्षों से जायद में मूंग उगा रहे हैं। श्री पटेल ने कृषक जगत को बताया कि गत वर्ष 25 एकड़ में जायद में मूंग लगाया था , लेकिन फसल के लिए अनुकूल मौसम नहीं होने के अलावा मारुका रोग और इल्ली के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ था , फिर भी मूंग का औसत उत्पादन 6 क्विंटल मिला था। जबकि वर्ष 2022 में इतने ही रकबे में  महावीरा जिरोन डाला था और 7 क्विंन्टल / एकड़ का उत्पादन लिया था। इस वर्ष भी 25 एकड़ में जायद में मूंग लगाया है। 12 दिन पहले बोनी की जा चुकी है। उम्मीद है कि इस वर्ष भी अच्छा उत्पादन मिलेगा।

श्री सुनील

ग्राम चिचलाय जिला सीहोर के स्नातक मूंग उत्पादक किसान श्री सुनील पिता जगदीश पंवार करीब एक दशक से जायद में मूंग की फसल ले रहे हैं। श्री पंवार ने कृषक जगत को बताया कि गत वर्ष जायद में  मूंग बीज पीडीएम 139 को 25 एकड़ में बोया था। सिंचाई के लिए कोलार नदी का पानी उपलब्ध रहता है। बिजली की कोई समस्या नहीं आई ,जिससे औसत उत्पादन 7 क्विंटल /एकड़ का मिला। कुल उत्पादन 175  क्विंटल हुआ था ,जिसे  समर्थन मूल्य 7755 रु / क्विंटल पर बेचा था। इस साल 30 एकड़ में  मूंग लगाया है , लेकिन इस बार मूंग बीज बदल कर डबल तलवार ब्रांड का मूंग बोया  है , क्योंकि पीडीएम 139 किस्म 15 साल पुरानी है, जिसका उत्पादन पर असर पड़ता है। यदि सब चीजें अनुकूल रही तो इस बार भी मूंग का अच्छा उत्पादन मिलेगा ऐसी उम्मीद है। इस बार तो 5  एकड़ रकबा भी बढ़ा दिया है।

श्री धर्मेंद्र

ग्राम तजपुरा ब्लॉक भैरुन्दा जिला सीहोर के किसान श्री धर्मेंद्र पिता सुंदरलाल पंवार भी विगत 12 वर्षों से जायद की तीसरी फसल में मूंग का उत्पादन ले रहे हैं। श्री पंवार ने कृषक जगत को बताया कि गत वर्ष 20 एकड़ में जायद में मूंग बोया था, जिसका औसत उत्पादन साढ़े छः क्विंटल / एकड़  से कुल 130 क्विंटल उत्पादन मिला था। सिंचाई के लिए निजी कुंआ है। बिजली 10 घंटे मिल रही है। 12 रोज पहले मूंग की बोनी कर दी है। मूंग अंकुरित भी हो गए हैं। इस वर्ष रबी में गेहूं का 19 क्विंटल /एकड़ ,डॉलर चना 8 क्विंटल /एकड़ और देसी चना का कुल 60  क्विंटल उत्पादन मिला।

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

Share
Advertisements