परंपरागत खेती को छोड़कर धर्मेंद्र कर रहे फलोत्पादन
24 फरवरी 2024, भिंड: परंपरागत खेती को छोड़कर धर्मेंद्र कर रहे फलोत्पादन – भिण्ड जिले के ग्राम दबोहा के कृषक श्री धर्मेन्द्र पिता श्री रामसनेही शर्मा का परिवार पहले परंपरागत खेती करता था , लेकिन फिर आत्मा के माध्यम से कृषक संगोष्ठी और प्रशिक्षण में शामिल होने के बाद उन्होंने फलोत्पादन शुरू कर दिया, जिससे उन्हें अच्छा लाभ मिल रहा है।
श्री शर्मा ने बताया कि परिवार में पहले कई वर्षों से परंपरागत खेती चली आ रही थी। जिसमें वर्तमान में लाभ कम मिल पा रहा था। फिर एक दिन आत्मा कर्मचारियों से मार्गदर्शन मिलने के बाद मैं कृषक संगोष्ठी/ कृषक प्रशिक्षण में सम्मिलित हुआ। जिसमें मुझे फल उत्पादन करने की जानकारी दी गई, तो मैंने फलोत्पादन करने का विचार किया।
कृषक श्री धर्मेन्द्र शर्मा ने बताया कि 0.20 हेक्टेयर में केला के पौधे लगाए जिसमें 700 पौधे लगे हुए हैं। जिनको मैंने सचदेवा टिशू कल्चर लैब दबोहा से पौधे प्राप्त किये। उसके बाद केले के बीच में सफेद मूसली लगाई। जिसका लगभग 4 क्विंटल उत्पादन प्राप्त हुआ । जिससे मुझे 60 से 70 हजार रुपये की आय प्राप्त हुई। मैंने केले के बीच में टमाटर के पौधे लगाए हैं। उन्होंने बताया कि केला लगभग 11 माह में फसल तैयार हो जायेगी। इसके साथ-साथ मैंने अपने खेत पर ताइवान अमरूद, आम और बेर के कुछ पौधे लगाए हुए हैं। जिनसे भी अच्छी आय प्राप्त हो रही है।
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