राज्य कृषि समाचार (State News)

ड्रोन हब बनेगा कटनी, खनन क्षेत्र में उन्नत ड्रोन प्रशिक्षण की पहल

04 मार्च 2024, कटनी: ड्रोन हब बनेगा कटनी, खनन क्षेत्र में उन्नत ड्रोन प्रशिक्षण की पहल – ड्रोन टेक्नालाजी के क्षेत्र  में जरूरी स्किल्स और ज्ञान से लैस पीढ़ी तैयार कर भविष्य के नजरिये से कटनी को देश भर में ड्रोन हब के रूप मे प्रतिस्थापित करने की दिशा मे जिला प्रशासन द्वारा ठोस और गंभीर पहल की जा रही है। प्रोजेक्ट पंख के तहत पहले से संचालित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के माध्यम से युवाओं को दिए जा रहे ड्रोन प्रशिक्षण के स्वरूप को कटनी में उपलब्ध माईनिंग सेक्टर की बहुलता के नजरिये से इस संभावनाशील क्षेत्र में ड्रोन तकनीक से दक्ष मानव संसाधन तैयार करने  का मार्ग प्रशस्त हो गया है  जिला खनिज प्रतिष्ठान के न्यास मंडल की बैठक मे सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया।

बैठक मे  विधायक मुड़वारा श्री संदीप जायसवाल, विधायक बड़वारा श्री  धीरेन्द्र बहादुर सिंह, महापौर प्रीति सूरी, जिला पंचायत अध्यक्ष सुनीता मेहरा, सहित सांसद प्रतिनिधि द्वय श्री पद्मेश गौतम एवं श्री विकास द्विवेदी और नगर पंचायतों के अध्यक्ष तथा कलेक्टर अवि प्रसाद की मौजूदगी में बेसिल के  विशेषज्ञों  ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।जनप्रतिनिधियों ने वर्तमान प्रोजेक्ट पंख के ड्रोन प्रशिक्षण को विस्तारित करते हुए खनन के क्षेत्र में  ड्रोन तकनीक में  अति उन्नत प्रशिक्षण दिलाने का सर्व सम्मति से निर्णय लिया। इसके तहत अब कटनी के युवाओं को माईनिंग सेक्टर में एरियल मैपिंग एंड एडवांस डाटा प्रोसेसिंग इन माईनिंग का ड्रोन प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके लिये भारत सरकार के उपक्रम ब्राडकास्ट इंजीनियरिंग कन्सलटेंट इंडिया ने भी रूचि दिखाई है। खास कटनी जिले के युवाओं के लिए ही माइनिंग सेक्टर में ड्रोन प्रशिक्षण के इस प्रोजेक्ट पर करीब एक करोड़ रूपये का खर्च अनुमानित है।  

पिछले सत्र में आयोजित ड्रोन प्रशिक्षण के तर्ज पर ही माइनिंग सेक्टर के लिए  युवाओं को ड्रोन से मेंपिंग और जी.आई.एस, डाटा प्रोसेसिंग का प्रशिक्षण दिया जायेगा, ताकि यहां से प्रशिक्षण प्राप्त कटनी का युवा माइनिंग सेक्टर  में ड्रोन विशेषज्ञ के रूप मे कार्य कर आजीविका अर्जित कर सके।खनन के क्षेत्र  में ड्रोन  तकनीक से खनन क्षेत्र का सीमांकन, एरियल मेंपिंग, अर्बन प्लानिंग से संबंधित ड्रोन प्रशिक्षण दिया जायेगा।ड्रोन कोर्स का फायदा  प्रशिक्षण कोर्स पूरा करने पर प्रशिक्षणार्थी को रिमोट पायलट सर्टिफिकेट दिया जायेगा। जो डी.जी.सी.ए. द्वारा जारी किया जायेगा। यह सर्टिफिकेट कानूनन ड्रोन ऑपरेट करने का अधिकार प्रदान करेगा। सर्टिफिकेट पाने वाले प्रशिक्षणार्थी सर्टिफाईड ड्रोन पायलट के रूप में अपना करियर बना सकेंगे।

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