मध्यप्रदेश में 21 केंद्रों में कपास खरीदी होने के बाद भी कपास के दामों में लगातार हो रही गिरावट
खरीदी केंद्र घोषित लेकिन किसानों को नहीं मिल पा रही जानकारी
19 दिसम्बर 2023, इंदौर: मध्यप्रदेश में 21 केंद्रों में कपास खरीदी होने के बाद भी कपास के दामों में लगातार हो रही गिरावट – पिछले कुछ समय से मिलों में स्पिनिंग वालों द्वारा कपास का उठाव नहीं किए जाने के कारण कपास के दामों गिरावट आ रही हैं। जिसके कारण देशभर के कपास किसान परेशान हैं। हालांकि सरकार ने कपास किसानों को गिरते दामों से राहत दिलाने का आश्वासन दिया हैं। इस बीच रविवार को केंद्र स्तर पर अहम बैठक हुई। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि एमएसपी पर जल्द से जल्द खरीद शुरू होगी।
इंदौर क्षेत्र के 21 केंद्रों में की जा रही कपास खरीदी
वर्तमान में भारतीय कपास निगम की इंदौर शाखा ने कपास की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए 21 खरीद केंद्र खोले हैं। इनमें खंडवा, मूंदी, खरगोन, करही, भीकनगांव, बड़वाह, धामनोद, धरमपुरी, बाकानेर ,गंधवानी, सिंघाना, कुक्षी, बड़वानी, अंजड़, सौंसर,पांढुरना आदि केंद्र शामिल हैं। वहीं सेंधवा और खेतिया केंद्र पर निर्धारित गुणवत्ता का कपास नहीं आने से वहां खरीदी नहीं की जा रही है। किसानों से मानक कपास की खरीदी की जाती रहेगी। इसका कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं है।
किसान सूची देखने के लिए हो रहे परेशान
किसान घबरायें नहीं, वे न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गुणवत्ता अनुसार अपनी उपज बेच सकते हैं। इसके लिए वे केंद्र पर जाकर पंजीयकरण करवा लें। कपास निगम ने घोषणा की है कि खरीद केंद्र की सूचना व सूची निगम की वेबसाइट www.cotcorp.org.in पर जाकर देख सकते हैं। हालांकि किसान सूची देखने के लिए परेशान हो रहे हैं। वेबसाइट के मुख्य पेज पर न तो उन्हें आसानी से केंद्रों की सूची मिल रही है ना ही खरीद की सूचना मिल पा रही है। जिसके चलते किसान संगठनों ने केंद्रों की पूरी सूची और खरीद प्रक्रिया का शेड्यूल सार्वजनिक करने की मांग की है।
कपास के दाम घटकर 7 हजार रूपये प्रति क्विं. हुए
बीते 4 महीनों में देशभर के बाजारों में कपास दाम लगातार गिर रहे है। महाराष्ट्र, गुजरात और मप्र जैसे तमाम कपास उत्पादक राज्यों की मंडियों में कपास की कीमतें इस सीजन में घटकर 7000 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास आ गई है। बता दें, पिछले दो वर्षों से कपास बाजार में 10 हजार रुपये क्विंटल तक बिक रहा था। अच्छी कीमत से कपास के किसान उत्साहित थे।
दरअसल, अक्टूबर से ही सरकार ने कपास का समर्थन मूल्य भी बढ़ाया है। बीते दिनों तक बाजार के भाव नई एमएसपी से भी कम थे। केंद्र सरकार द्वारा सीजन 2023-24 मार्केटिंग सीजन के लिए मध्यम रेशेवाली कपास का न्यूनतम समर्थन मूल्य 6080 रुपये क्विंटल से बढ़ाकर 6620 रुपये जबकि लंबे रेशे वाली कपास का न्यूनतम समर्थन मूल्य 6380 से बढ़ाकर 7020 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है।
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