राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष ने किया जैविक खेती अनुसन्धान इकाई का अवलोकन
29 अक्टूबर 2022, उदयपुर: राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष ने किया जैविक खेती अनुसन्धान इकाई का अवलोकन – श्री महादेव सिंह खंडेला, अध्यक्ष, राजस्थान किसान आयोग, राजस्थान सरकार, जयपुर ने महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर की जैविक खेती इकाई का अवलोकन किया। साथ ही किसान आयोग के सदस्य श्रीमती सोहनी चौधरी, डॉ बलबीर सिंह, डॉ सुखदेव सिंह बुरडक तथा कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक बी एल पाटीदार एवं एवं विश्विद्यालय के वैज्ञानिक भी साथ थे। डॉ एस के शर्मा, अनुसन्धान निदेशक एवं परियोजना प्रभारी ने पिछले 6 वर्षों में जैविक खेती के क्षेत्र में जैविक आदानों, जैविक फसल, सब्ज़ी एवं फल उत्पादन तकनीकों तथा राजस्थान के किसानो को जैविक खेती से लाभ, खाद की मात्रा तथा उपलब्धता, जैविक उत्पाद की मार्केटिंग की समस्या तथा जैविक खेती को अधिक से अधिक किसानो को लाभ मिलने के बारे में अवलोकन के दौरान चर्चा की।
सभी सदस्यों ने जैविक में मक्का, गेहूं, टमाटर, बैंगन, स्वीट कॉर्न, उरद, सोयाबीन, में खाद के प्रबंधन पर जानकारी ली। साथ ही प्राकृतिक खेती की वर्तमान परिस्थिति में अनुसन्धान के बारे में जानकारी ली। उन्होंने मिटटी में पानी सोखने की क्षमता, सूक्ष्म जीवाणुओं की संख्या, मिटटी में वायु संचार , कार्बन, का स्तर, केचुओं की संख्या , नत्रजन की कमी की आपूर्ति तथा आदान उत्पादन एवं इनके व्यवसायीकरण के बारे में चर्चा की। सदस्यों ने कहा कि एम पी यू ए टी में जैविक खेती का उत्कृष्ट केंद्र खोला जाना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा अनुसन्धान हो तथा राज्य के ज्यादा से ज्यादा किसानो को फायदा मिले। डॉ जी एल केशव, पूर्व कुलपति, कृषि विश्वविद्यालय, कोटा तथा सदस्य, राजस्थान किसान आयोग ने जैविक खेती कि महत्ती आवश्यकता के तहत इस केंद्र के अनुसन्धान कार्यों को अधिक से अधिक प्रसार कार्यकर्ताओं तक पहुंचाने एवं किसानो कि जैविक खेती समस्याओं के समाधान पर बल दिया, तथा इन केंद्रों को उत्कृष्ट केंद्र बनाने का सुझाव दिय। डॉ एस के शर्मा ने स्वागत किया |
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