State News (राज्य कृषि समाचार)

राजस्थान में बीज उत्पादन कर आत्मनिर्भर बन रहे 2 लाख किसान

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मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना

19 फरवरी 2023,  जयपुर ।  राजस्थान में बीज उत्पादन कर आत्मनिर्भर बन रहे 2 लाख से अधिक किसान –  प्रदेश में 2 लाख से अधिक किसान अपने खेत में बीज का उत्पादन कर खुशहाली एवं आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढा रहे हैं। यह संभव हुआ है मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना से। इस योजना में किसानों को बीज उत्पादन के लिए कृषि विभाग द्वारा उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराए जाते हैं और उन्हें अपने उपयोग के लिए बीज उत्पादन के लिए प्रेरित किया जाता है। प्रदेश के सभी जिलों में किसानों को गेहूं, जौ, चना, ज्वार, सोयाबीन, मूंगफली, मूंग और उड़द सहित अन्य फसलों के बीजों का नि:शुल्क वितरण किया गया है। योजना से किसानों की उपज बढ़ी है और उनकी आय में भी बढ़ोतरी हो रही है। फसल की बुवाई के समय उन्नत बीज उपलब्ध नहीं होने की समस्या भी हमेशा के लिए दूर हो गई है।

24 करोड़ रूपए से अधिक के उन्नत बीज का नि:शुल्क वितरण : कृषि आयुक्त श्री कानाराम ने बताया कि योजना के तहत विगत 4 वर्षो में 24 करोड़ 81 लाख रूपए की लागत से 2 लाख 24 हजार 268 किसानों को 46 हजार 326 क्विंटल उन्नत बीज का वितरण किया गया है। इन किसानों द्वारा 58.47 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बीज की बुवाई की गयी, जिसके परिणामस्वरूप वर्ष 2019 से 2022 तक 2 लाख 14 हजार 262 क्विंटल उन्नत बीज उत्पादित किया गया है। योजना की सफलता को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में योजना के आकार को दोगुना कर दो वर्षों में 50 हजार किसानों को लाभान्वित करने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री की इस घोषणा के मद्देनजर चालू वित्तीय वर्ष में 15 करोड़ रूपए की लागत से किसानों को 34 हजार 276 क्विंटल बीज का वितरण किया गया है, जिससे लगभग 4 लाख 95 हजार क्विंटल उन्नत बीज उत्पादन का लक्ष्य है।

अनुदान के लिए पात्रता: कृषि आयुक्त ने बताया कि योजना में नि:शुल्क उन्नत बीज का वितरण 50 कृषकों का समूह बनाकर किया जाता है। समूह के चयन में विशेष ध्यान रखा जाता है कि 50 प्रतिशत लघु एवं सीमांत कृषकों की भागीदारी हो। समूह के प्रत्येक किसान के पास 0.2 हेक्टेयर भूमि होना आवश्यक है। उन्नत बीजों का वितरण संबंधित कृषि पर्यवेक्षक के द्वारा जन आधार कार्ड से राज किसान साथी पोर्टल के माध्यम से किया जाता है।

गिरधारी, ममता और रामहेतार को मिला नि:शुल्क बीज

जयपुर जिले के ग्राम माच्छरखानी निवासी गिरधारी मामोडिया ने बताया कि उन्हें जन आधार कार्ड के माध्यम से 15 किलोग्राम उन्नत किस्म का चने का बीज नि:शुल्क दिया गया। उन्होंने 0.2 हैक्टेयर भूमि में बीज की बुवाई की थी। इन बीजों की अंकुरण क्षमता बाजार के बीजों से अच्छी है। साथ ही खेतों में जमाव अच्छा होने के कारण उपज भी अच्छी होगी।

इसी ग्राम की निवासी ममता कुमावत मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त करते हुए कहती हैं कि उन्हें चने का 15 किलोग्राम का गुणवत्ता युक्त बीज मिला था, जिसकी उन्होंने बुवाई की थी। उन्होंने बताया कि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण बाजार से महंगा बीज खरीदना उनके लिए मुश्किल था। कभी-कभी तो उनके खेत खाली पड़े रहते थे। वे कहती हैं कि नि:शुल्क बीज दिए जाने के बाद अब उनके खाली खेतों में फसल लहलहाने लगी है। साथ ही अब वे अन्य महिला किसानों को भी उन्नत बीज मुहैया करवा रही हैं।

झालावाड़ जिले के ग्राम कंवलदा निवासी रामहेतार ने बताया कि उन्हें राज्य सरकार के द्वारा गेहूं का नि:शुल्क बीज दिया गया है, जिससे उन्होंने अपने खेत मे बुवाई की है। वे कहते हैं कि इस बीज से जो भी पैदावार होगी उस बीज का वे आगे भी बीज बुवाई में उपयोग करेंगे। रामहेतार ने राज्य सरकार की इस योजना का लाभ लेकर अपनी आय में वृद्धि की है, अब वे दूसरे  किसानों को भी योजना का लाभ लेकर उन्नत बीज लेने के लिए जागरूक कर रहे हैं। वे बताते हैं कि बीज प्राप्त करके वे बहुत खुश हैं, क्योंकि उन्हें पहले बीज लेने के लिए बाजार में एक मोटी रकम चुकानी पड़ती थी लेकिन राज्य सरकार की योजना के कारण उन्हें आगामी फसल की बुवाई के लिए गुणवत्ता युक्त बीज नहीं खरीदना पड़ेगा क्योंकि अब वे स्वयं के स्तर पर ही बीज का उत्पादन कर रहे हैं।

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