राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

ग्रामीण समाचार@ 5.00 PM: लाड़ली बहनों को तोहफा I मूंग उपार्जन I कपास फसल I दूध उत्पादन I सोयाबीन फसल I बजट सरकार

नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक ग्राम की 10 बड़ी खबरें…

1.राखी से पहले लाड़ली बहनों को राज्य सरकार का तोहफा

सबके कल्याण के लिये सदैव संवेदनशील मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य की सभी लाड़ली बहनों को दो नई सौगातें दी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लाड़ली बहनों को पहले राखी की नेग के रूप में 250 रूपए की सौगात देने की घोषणा की, फिर 30 जुलाई को सभी लाड़ली बहनों को रसोई गैस 450 रुपए में देने की घोषणा कर बहनों को दोगुनी खुशी से सराबोर कर दिया है। पवित्र सावन माह में मिलने वाली इन दो नई सौगातों से प्रदेश की सभी लाड़ली बहनें बेहद खुश हैं। लाड़ली बहना योजना से हर महीने 1250 रूपए पाने वाली बहनों को राज्य सरकार की ओर से 250 रुपए की नेग राशि जल्द ही उनके बैंक खाते में हस्तांतरित कर दी जायेगी। पूरी खबर पढ़े….

2.मध्यप्रदेश में मूंग उपार्जन अवधि 5 अगस्त तक बढ़ाई

मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री श्री ऐदल सिंह कंषाना ने बताया है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार ग्रीष्मकालीन मूंग उपार्जन की अवधि 5 अगस्त तक बढ़ा दी गई है। किसान भाई समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग विक्रय करने के लिये अपना स्लॉट बुक करा सकते हैं। कृषि मंत्री श्री कंषाना ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का किसानों के हित में लिये गये इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिये प्रदेश समस्त किसानों की ओर से आभार जताया है। पूरी खबर पढ़े….

3.’ए-हेल्प’ कार्यक्रम: पशुपालकों और विभाग के बीच नया संपर्क सूत्र

पशुपालन एवं पशु चिकित्सा सेवा विभाग के मंत्री श्री पूरन कुमार गुरुंग ने कल चिंतन भवन, गंगटोक में ‘ए-हेल्प’ (पशुधन उत्पादन के स्वास्थ्य एवं विस्तार के लिए मान्यता प्राप्त एजेंट) कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में ग्रामीण विकास विभाग की सलाहकार श्रीमती कला राय भी  उपस्थित थीं। अपने संबोधन में श्री गुरुंग ने कहा कि ए-हेल्प कार्यक्रम पशुपालकों और विभाग के बीच एक महत्वपूर्ण संपर्क स्थापित करेगा। पूरी खबर पढ़े….

4.कपास में गुलाबी सुंडी से कैसे बचें? विशेषज्ञों ने बताया आसान तरीका

श्रीगंगानगर के उपनिदेशक कृषि कार्यालय के सभागार में गत दिवस  कृषक वैज्ञानिक संवाद का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के 54 किसानों ने भाग लिया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य किसानों को कपास की फसल में गुलाबी सुंडी के प्रबंधन के बारे में जानकारी देना था। अतिरिक्त निदेशक कृषि (विस्तार) डॉ. सतीश कुमार शर्मा ने कृषि विभाग की विभिन्न लाभकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए आत्मा योजना के कार्यक्रमों में किसानों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का संदेश दिया। पूरी खबर पढ़े….

5.डेयरी क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत: सरकार के प्रयासों से दूध उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्धि

भारत के डेयरी क्षेत्र ने एक बार फिर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज की है। भारत वैश्विक दूध उत्पादन में 25 प्रतिशत का योगदान देते हुए शीर्ष स्थान पर कायम है। पिछले नौ वर्षों में, दूध उत्पादन में लगभग 6% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 459 ग्राम प्रतिदिन हो गई है, और देश घरेलू मांग को पूरा करने में आत्मनिर्भर हो गया है। पूरी खबर पढ़े….

6.1000 करोड़ से अधिक के बजट वाली केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं की सूची

1000 करोड़ से अधिक के बजट वाली केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं की सूची। सूची में 116 योजनाएं हैं और 2024-2025 के बजट अनुमानों का भी उल्लेख है। इन योजनाओं में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, जनजातीय मामलों का मंत्रालय, आवास एवं शहरी मामलों का मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय सहित विभिन्न क्षेत्र शामिल हैं I पूरी खबर पढ़े….

7.क्या सोयाबीन की फसल पर खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए दो खरपतवारनाशकों को मिलाना ठीक है?

सोयाबीन में 2 तरह के खरपतवार होते हैं, चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार और संकरी पत्ती वाले खरपतवार यानी घास वाले खरपतवार। यूपीएल एसएएस लिमिटेड द्वारा निर्मित सेंचुरियन खरपतवार नाशक घास वाले खरपतवारों को नियंत्रित करता है। सेंचुरियन में क्लेथोडिम 25% w/w (240 ग्राम/लीटर) EC युक्त एक शक्तिशाली तकनीकी फार्मूलेशन है। अगर किसी किसान को चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार और घास वाले खरपतवार को एक साथ नियंत्रित करना है तो वे 2 अलग-अलग खरपतवार नाशको को मिलाकर सभी खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए एक साथ स्प्रे कर सकते हैं। पूरी खबर पढ़े….

8.आंध्र में 21वीं पशुधन गणना के लिए अधिकारियों का प्रशिक्षण शुरू

भारत सरकार के मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पशुपालन और डेयरी विभाग ने आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक के राज्य और जिला नोडल अधिकारियों के लिए 21वीं पशुधन गणना के क्षेत्रीय प्रशिक्षण का आयोजन किया। यह कार्यशाला आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में आयोजित की गई, जिसमें मोबाइल एवं वेब ऐप्लीकेशन और नस्लों पर प्रशिक्षण दिया गया। पूरी खबर पढ़े….

9.सोयाबीन में खरपतवार को नियंत्रित करने के लिए मुझे कितनी बार सेंचुरियन का छिड़काव करना होगा?

यूपीएल एसएएस लिमिटेड कंपनी द्वारा सेंचुरियन के छिड़काव का क्रम खरपतवार की समस्या की गंभीरता और आपकी सोयाबीन फसल की बढ़वार पर निर्भर करती है। आम तौर पर, खरपतवार के 3-5 पत्ती चरण पर एक बार छिड़काव प्रभावी होता है। हालांकि, बाद के किसी भी खरपतवार विकास के लिए खेत की निगरानी करना और कृषि विशेषज्ञों से परामर्श करना यह तय करने में मदद कर सकता है कि अतिरिक्त छिड़काव आवश्यक हैं या नहीं। पूरी खबर पढ़े….

10.सोयाबीन की बुवाई के कितने दिन बाद सेंचुरियन का उपयोग कर सकते हैं?

यूपीएल एसएएस लिमिटेड कंपनी द्वारा सेंचुरियन का प्रयोग तब किया जाना चाहिए जब सोयाबीन की फसल में संकरी घास जैसी खरपतवार 3-5 पत्ती वाली अवस्था में हो। बुवाई के बाद दिनों की संख्या बढ़ती परिस्थितियों और सोयाबीन की किस्म के आधार पर अलग-अलग होगी। आमतौर पर, यह अवस्था बुवाई के कुछ सप्ताह बाद होती है। नियमित रूप से खेत की निगरानी करने से छिड़काव के लिए सही समय की पहचान करने में मदद मिलेगी। पूरी खबर पढ़े….

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