2.5 लाख से अधिक फर्टिलाइजर दुकानें प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्र में बदलेंगी
डॉ. मांडविया ने देश भर के 9000 से अधिक किसानों और खुदरा विक्रेताओं से वर्चुअली बातचीत की
1 जनवरी 2023, नई दिल्ली । 2.5 लाख से अधिक फर्टिलाइजर दुकानें प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्र में बदलेंगी – भारत सरकार किसानों के हित में क्रांतिकारी कदम उठा रही है। ऐसे ही एक महत्वपूर्ण कदम के रुप में, उर्वरक खुदरा दुकानों को प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्रों (पीएमकेएसके) में परिवर्तित किया जा रहा है। ये पीएमकेएसके कृषि संबंधी सभी कार्यों के लिए एक नोडल बिंदु के रूप में कार्य करेंगे और नवीनतम नवाचारों, सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों, ज्ञान, तकनीकों और परीक्षणों का प्रसार करेंगे जो किसानों को न केवल उनकी उत्पादकता बढ़ाने बल्कि उत्पादन की लागत को कम करने में मदद करेंगे। यह बात केन्द्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने देश भर के लगभग 9000 पीएमकेएसके के एकत्र किसानों को वर्चुअली संबोधित करते हुए कही। उन्होंने छह राज्यों रामनगर (उत्तर प्रदेश), कोटा (राजस्थान), देवास (मध्य प्रदेश), वडोदरा (गुजरात) के पीएमकेएसके के किसानों और खुदरा विक्रेताओं और एलुरु (आंध्र प्रदेश) और राजापुरा (पंजाब) के खुदरा विक्रेताओं के साथ भी बातचीत की।
डॉ. मांडविया ने कहा देश में लगभग 2,62,559 सक्रिय खुदरा दुकानों को चरणबद्ध तरीके से पीएमकेएसके में परिवर्तित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘रूपांतरण की यह प्रक्रिया सुनिश्चित करेगी कि पीएमकेएसके में प्रदान किए जाने वाले उत्पादों और सुविधाओं की विस्तृत श्रृंखला देश के सभी किसानों तक पहुंचे। पीएमकेएसके भविष्य में किसानों के लिए एक प्रमुख मंच साबित होगा जो किसानों की रोजमर्रा की समस्याओं से निपटने में मदद करेगा और कम से कम समय में उनकी चिंताओं को दूर करेगा।’
इस अवसर पर, डॉ. मांडविया ने कहा कि भारत सरकार किसानों को समर्थ बनाने के लिए हर संभव उपाय करने के लिए समर्पित है। चाहे वह पीएम किसान सम्मान निधि जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से वित्तीय सहायता हो, या नैनो यूरिया और वैकल्पिक उर्वरकों के नए वैज्ञानिक नवाचार, व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं। खेती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले उर्वरकों की उपलब्धता सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है और वैश्विक उथल-पुथल के बावजूद, सरकार अत्यधिक रियायती दरों पर उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित कर रही है।
पीएमकेएसके के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि ‘पीएमकेएसके खोलना एक बड़ा कदम है, जो किसानों की विभिन्न प्रकार की जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा जैसे कृषि संबंधी जानकारी (उर्वरक, बीज और कीटनाशक) प्रदान करना और मिट्टी, बीज और उर्वरकों के लिए परीक्षण सुविधाएं प्रदान करना। कार्यक्रम के दौरान श्री अरुण सिंघल, सचिव, उर्वरक विभाग, सुश्री नीरजा आदिदम, अपर सचिव सहित मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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