कृषक जगत समाचार@ 5.00 PM: महिला किसान I पीएम-आशा I ई-नाम कृषि I नमो ड्रोन दीदी I प्रधानमंत्री आवास योजना I 668 धान किस्म
23 दिसंबर 2024, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें…
1. 90 लाख महिला समूह और 3 लाख से ज्यादा उद्यम: बदल रहा है ग्रामीण भारत
ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) ने महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को आर्थिक और प्रौद्योगिकीगत सहायता प्रदान कर ग्रामीण भारत में स्वरोजगार को नई दिशा दी है। इस पहल के जरिए अब तक 90.87 लाख महिला एसएचजी को संगठित कर 10.05 करोड़ महिलाओं को जोड़ने का दावा किया गया है। पूरी खबर पढ़े….
2. कोपरा के लिए नई एमएसपी घोषित: किसानों को मिलेगा 2025 में बड़ा फायदा
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने 2025 मौसम के लिए कोपरा (नारियल का सुखा गोला) का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तय कर दिया है। इस कदम का उद्देश्य किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य सुनिश्चित करना और कोपरा उत्पादन को प्रोत्साहित करना है। पूरी खबर पढ़े….
3. क्या पीएम-आशा वास्तव में किसानों की आय को स्थिर कर पाएगी, या यह सिर्फ अल्पकालिक समाधान है?
भारत सरकार ने प्रधानमंत्री अनदाता आय संरक्षण अभियान (PM-AASHA) के तहत किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। यह योजना प्रमुख कृषि उत्पादों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी देती है, ताकि किसानों को उनकी फसल के लिए एक निश्चित और लाभकारी मूल्य मिल सके। MSP नीति का उद्देश्य किसानों को अधिक निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करना और उत्पादन को बढ़ावा देना है। पूरी खबर पढ़े….
4. 1389 मंडियां और 1.78 करोड़ किसान: ई-नाम बना कृषि व्यापार का नया आधार
भारतीय कृषि क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) योजना के तहत देशभर की 1389 मंडियों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जोड़ा गया है। यह जानकारी कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री राम नाथ ठाकुर ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर के माध्यम से दी। पूरी खबर पढ़े….
5. ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना के तहत 15,000 ड्रोन का लक्ष्य, 500 की आपूर्ति
भारत सरकार ने महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को ड्रोन तकनीक के माध्यम से सशक्त बनाने के लिए महत्वाकांक्षी ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना शुरू की है। 2023-24 से 2025-26 तक के लिए ₹1261 करोड़ के बजट प्रावधान के साथ, इस योजना के तहत देशभर में 15,000 ड्रोन वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है। पूरी खबर पढ़े….
6. क्या सच में सबको मिलेगा घर? पीएम आवास योजना ग्रामीण की हकीकत
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) को 1 अप्रैल 2016 से लागू किया गया, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में हर जरूरतमंद को पक्का घर और बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना है। योजना ने “सबके लिए आवास” का एक बड़ा वादा किया, लेकिन क्या यह वादा हकीकत में बदला जा सका है? योजना के तहत 2016-17 से 2023-24 तक 2.95 करोड़ घर बनाने का लक्ष्य रखा गया था। 13 दिसंबर 2024 तक, 2.68 करोड़ घर पूरे होने का दावा किया गया। पूरी खबर पढ़े….
7. नये वर्ष में बढ़ जाएंगे खाद के भाव, किसानों को सताने लगी चिंता
नये वर्ष 2025 के पहले माह अर्थात जनवरी से डीएपी और अन्य खाद के भावों में बढ़ोतरी होगी। यह जानकारी सामने आने के बाद अब किसानों को चिंता सताने लगी है कि उन्हें अतिरिक्त रूप से आर्थिक बोझ पढ़ेगा। बता दें कि । केंद्र सरकार ने डीएपी सहित अन्य कुछ उर्वरकों के दाम में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है। पूरी खबर पढ़े….
8. कृषि विज्ञान केंद्रों का आधुनिकीकरण: किसानों को सशक्त बनाने की दिशा में अहम पहल
सरकार देशभर में कृषि विज्ञान केंद्रों (KVKs) के बुनियादी ढांचे को उन्नत करने के लिए सतत प्रयास कर रही है, ताकि किसानों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकें। पिछले वित्तीय वर्ष में, सरकार ने इस उद्देश्य के लिए ₹7730.76 लाख का बजट प्रावधान किया। इस निधि का उपयोग प्रशासनिक भवन, किसान छात्रावास, प्रदर्शन इकाइयों और कृषि विकास कार्यों जैसे बुनियादी ढांचे को सुधारने के लिए किया गया। पूरी खबर पढ़े….
9. जलवायु-प्रतिरोधी 668 धान की किस्मों का विकास, लेकिन किसानों द्वारा अपनाए जाने का डेटा नहीं उपलब्ध
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के राष्ट्रीय जलवायु-लचीला कृषि नवाचार (NICRA) परियोजना के तहत सरकार ने जलवायु परिवर्तन के धान की खेती पर प्रभाव का अध्ययन किया है। इस अध्ययन में पाया गया है कि यदि अनुकूलन उपाय नहीं किए गए तो जलवायु परिवर्तन के कारण वर्षा आधारित धान की उपज 2050 तक 20% और 2080 तक 47% तक घट सकती है। पूरी खबर पढ़े….
10. राष्ट्रीय किसान दिवस 2024: ‘अन्नदाता’ की मेहनत का राष्ट्रीय पर्व
हर साल 23 दिसंबर को मनाए जाने वाला राष्ट्रीय किसान दिवस भारतीय किसानों के अतुलनीय योगदान को सलाम करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह दिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के रूप में मनाया जाता है, जो किसानों के अधिकारों और ग्रामीण विकास के लिए एक अद्वितीय व्यक्तित्व थे। पूरी खबर पढ़े….