राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

कृषक जगत समाचार@ 5.00 PM: उर्वरक गुणवत्ता I RBI I किसान आंदोलन I भारत ब्रांड I प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 

16 दिसंबर 2024, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें…

1. कृषि मंत्रालय ने उर्वरक गुणवत्ता सुधार के लिए नियमों में संशोधन किया

किसानों को गुणवत्तापूर्ण उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने 13 दिसंबर 2024 को उर्वरक (अकार्बनिक, जैविक या मिश्रित) नियंत्रण आदेश, 1985 में संशोधन की अधिसूचना जारी की। ये संशोधन आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 के तहत किए गए हैं और उर्वरक गुणवत्ता की जांच और विवाद समाधान प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने के लिए बनाए गए हैं। पूरी खबर पढ़े….

2. भारतीय किसानों को बड़ी राहत: RBI ने बिना गारंटी वाले लोन की सीमा बढ़ाकर ₹2 लाख की

कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने और बढ़ती लागत का सामना कर रहे किसानों की सहायता के लिए, भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने बिना गारंटी वाले कृषि ऋण की सीमा ₹1.6 लाख से बढ़ाकर ₹2 लाख कर दी है। यह महत्वपूर्ण निर्णय किसानों के बढ़ते खर्च और महंगाई को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। पूरी खबर पढ़े….

3. किसान आंदोलन: “हाईवे खाली करो या आंदोलन रोको, सुप्रीम कोर्ट ने कहा “शांतिपूर्ण समाधान ज़रूरी”

पंजाब-हरियाणा सीमा पर हाईवे जाम कर बैठे किसानों का आंदोलन एक बार फिर चर्चा का केंद्र बन गया है। यह प्रदर्शन मुख्य रूप से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी, किसान कर्ज़ माफी, पेंशन और अन्य मांगों को लेकर चल रहा है। किसान संगठनों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा। इसी बीच, किसान नेता जगजीत सिंह दलेवाल के 18 दिन से जारी अनशन ने इस आंदोलन को और गहरा बना दिया है। पूरी खबर पढ़े….

4. ‘भारत ब्रांड’ से सस्ते दाल, आटा और चावल: करोड़ों उपभोक्ताओं को राहत

भारत में बढ़ती महंगाई के बीच उपभोक्ताओं को राहत देने के उद्देश्य से ‘भारत ब्रांड’ के तहत दाल, आटा और चावल जैसी जरूरी खाद्य सामग्री को सस्ते दरों पर उपलब्ध कराया जा रहा है। यह पहल जुलाई 2023 में शुरू हुई थी, जब चने के भंडार को चना दाल में परिवर्तित कर उपभोक्ताओं को 60 रुपये प्रति किलोग्राम की अधिकतम खुदरा मूल्य (MRP) पर उपलब्ध कराया गया। पूरी खबर पढ़े….

5. ऑयल पाम की खेती में किसानों की बड़ी छलांग! 15,000 किसानों ने रोपे 17,000 हेक्टेयर में पौधे

भारत में सतत कृषि को बढ़ावा देने के लिए ‘मेगा ऑयल पाम प्लांटेशन ड्राइव 2024’ के तहत एक बड़ा अभियान चलाया गया, जिसने देशभर के किसानों के बीच उत्साह पैदा किया। 15 जुलाई से 30 सितंबर तक चले इस अभियान में 15,755 किसानों ने भाग लिया और 17,000 हेक्टेयर भूमि पर ऑयल पाम की खेती की शुरुआत की। पूरी खबर पढ़े….

6. गेहूँ की पत्तियों पर दिखा पीला पाउडर? तुरंत करें ये उपाय, नहीं तो होगा बड़ा नुकसान

रबी के मौसम में गेहूँ की फसल पर कई तरह के कीट और रोग हमला करते हैं, जिनमें से ‘पीली रोली’ रोग प्रमुख है। यह रोग फसल की पत्तियों को पीले रंग के पाउडर से ढक देता है, जिससे पौधों की वृद्धि पर गहरा असर पड़ता है। किसानों के हित में राजस्थान कृषि विभाग ने इस रोग के प्रबंधन के लिए परामर्शिका जारी की है। पूरी खबर पढ़े….

7. प्रदेश के विकास में उद्यानिकी का भी महत्वपूर्ण योगदान

देश और प्रदेश की उन्नति सर्वोपरि है। इसके लिए किसानों को आर्थिक दृष्टि से सशक्त करना आवश्यक है, जिससे किसान संपन्न हो सकें और देश की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभा सकें। अर्थशास्त्रियों का मानना है कि किसी भी देश या प्रदेश की  आर्थिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक विकास की गति किसानों के उत्थान से ही संभव हो सकती है। पूरी खबर पढ़े….

8. धानुका फफूंदीनाशक जैनेट- रोगों पर करे नियंत्रण, दे स्वस्थ और अधिक उपज

फसलों में जब बीमारियों के रोकथाम की बात आती है तो मैं भानुका के जैनेट उत्पाद पर ही भरोसा करता हूँ। यह कहना है जिला सागर, तहसील राहतगढ़ के ग्राम लोटना निवासी किसान जितेन्द्र ठाकुर का। जितेन्द्र बताते हैं कि मेरा मुख्य व्यवसाय खेती है। मेरे पास लगभग 50 एकड़ जमीन है जिसमें में रबी सीजन में चना एवं मसूर की खेती करता हूँ। चना और मसूर की फसलों में उकठा जिसे चिल्ट भी कहा जाता है का प्रकोप होता है। फसलों में पेड़ के सूखने से काफी नुकसान हो जाता है। पूरी खबर पढ़े….

9. मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 के तहत बनेंगे 10 लाख घर, 22,800 करोड़ रुपये जारी

प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 के तहत मध्यप्रदेश में 10 लाख घर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जरूरतमंद परिवारों को घर देने के उद्देश्य से इस योजना की शुरुआत की गई है। योजना में अब तक 22,800 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा चुकी है। इसका लाभ उन लोगों को मिलेगा, जो अब तक किसी कारणवश इस योजना का लाभ नहीं उठा पाए थे। पूरी खबर पढ़े….

10. विरासत के साथ विकसित मध्यप्रदेश निर्माण के संकल्प का एक वर्ष

देश का हृदय प्रांत मध्यप्रदेश गौरवशाली इतिहास और विश्वविख्यात सांस्कृतिक परंपराओं के लिये प्रसिद्ध है। सृष्टि के आरंभ से लेकर अब तक मानव सभ्यता के कई चिन्ह मध्यप्रदेश की धरती पर हैं। यहां पर्याप्त भू-संपदा, वन-संपदा, जल-संपदा, और खनिज-संपदा है। हम विगत एक वर्ष में विकसित मध्यप्रदेश निर्माण के साथ प्रदेश की विरासत को सहेजने के संकल्प को लेकर आगे बढ़े हैं। पूरी खबर पढ़े….

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