जूट की एक्सीलरेटेड रेटिंग तकनीक से किसान कमा सकते हैं 20 हजार रूपये की अतिरिक्त आय
13 जुलाई 2023, नई दिल्ली: जूट की एक्सीलरेटेड रेटिंग तकनीक से किसान कमा सकते हैं 20 हजार रूपये की अतिरिक्त आय – निनफेट-साथी® ने पर्यावरणीय घटकों को प्रभावित किए बिना 20-25 दिनों की पारंपरिक रेटिंग की तुलना में 10-12 दिनों के भीतर 8-10.5% अधिक उपज और 1-1.5 ग्रेड सुधार करके किसान के स्तर पर जूट रेटिंग की अवधारणा को बदल दिया है। इस तकनीक को डॉ. देब प्रसाद रे और अन्य आईसीएआर-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ नेचुरल फाइबर इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कोलकाता द्वारा विकसित किया गया है। इस तकनीक से किसान प्रति हेक्टेयर 16 हज़ार से 20 हज़ार रुपये प्रति हेक्टेयर की अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं। पश्चिम बंगाल, बिहार, असम, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के विभिन्न जूट उत्पादक क्षेत्रों में 12 हज़ार हेक्टेयर क्षेत्र में जूट की खेती करने वाले 50 हज़ार से अधिक किसानों ने 2020-23 के दौरान इस तकनीक को अपनाया है।
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