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भीषण गर्मी के बीच धान की फसल को बड़ा खतरा

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23 जून 2023, नई दिल्ली: भीषण गर्मी के बीच धान की फसल को बड़ा खतरा – जलवायु परिवर्तन के दौर में प्रकृति से समन्वय और तालमेल रखने वाले खाद्य भविष्य की ओर ध्यान देने की तत्काल आवश्यकता है। जैसे-जैसे उत्तरप्रदेश और बिहार में गर्मी की लहरें तेज़ होती जा रही हैं, धान की फसल, जो कि ख़रीफ़ सीज़न की प्रमुख फसल है, को महत्वपूर्ण ख़तरे का सामना करना पड़ रहा है।

“वर्तमान में बुआई में लगे किसान विशेष रूप से अत्यधिक तापमान के प्रतिकूल प्रभावों के प्रति संवेदनशील हैं, जो अंकुरण दर में व पौधों की बढ़वार में बाधा डाल सकता है और परिणामस्वरूप पौधे पीले पड़ सकते हैं। यारा साउथ एशिया के प्रबंध निदेशक संजीव कंवर कहते हैं, इन कारणों से  अंकुरण दर  में कमी, उत्पादकता में कमी और संभावित फसल विफलता में योगदान करते हैं।

इन चुनौतियों को कम करने के लिए, श्री कंवर इस बात पर जोर देते हैं कि “किसानों को अनुकूली पद्धतियाँ अपनानी चाहिए। दिन के ठंडे समय के दौरान उर्वरकों और कीटनाशकों को लगाने से पोषक तत्वों का उचित अवशोषण होता है, जबकि पोटेशियम, संतुलित पोषण और बायोस्टिमुलेंट का उपयोग जलवायु परिवर्तन से प्रेरित अजैविक तनाव के खिलाफ पौधों की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। यारा इंडिया, नियमित कार्यशालाओं के माध्यम से किसानों को गर्मी-सहिष्णु फसल किस्मों, इष्टतम बुवाई के समय और ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए अन्य प्रभावी रणनीतियों पर मार्गदर्शन प्रदान कर रहा  है।”

श्री कंवर कहते हैं, “बढ़ते जलवायु जोखिमों के सामने, यह जरूरी है कि हम सामूहिक रूप से टिकाऊ कृषि प्रथाओं को प्राथमिकता दें और एक खाद्य प्रणाली को बढ़ावा दें जो सकारात्मक प्रकृति दृष्टिकोण अपनाती हो।”

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