Farming Solution (समस्या – समाधान)

असिंचित गेहूं में उर्वरक के उपयोग से क्या लाभ होता है, किस तरह उपयोग करें

Share
  • रमेश भार्गव

19 नवम्बर 2022, भोपालअसिंचित गेहूं में उर्वरक के उपयोग से क्या लाभ होता है, किस तरह उपयोग करें

समाधान– वर्षा निर्भर खेती के कृषकों की यह धारणा है कि उर्वरक के उपयोग से लाभ नहीं मिल पाता है। परन्तु अनुसंधानों के परिणामों ने इस कारण को बदल दिया है। उर्वरक प्रयोग से ना केवल असिंचित खेती से अधिक उत्पादन प्राप्त होता बल्कि भूमिगत नमी के अवशोषण में भी उर्वरक से लाभ होता है। रसायन होने के नाते अतिरिक्त नमी भूमि से खींच कर बीज के लिए उपलब्ध की जाती है जिसका लाभ अच्छे अंकुरण से मिलता है। इस ओर अनुसंधान के परिणाम बतलाते हैं कि वर्षा आधारित कृषि में नत्रजन धारी उर्वरकों के उपयोग से अच्छा लाभ प्राप्त किया जा सकता है। ध्यान केवल इतना ही रखा जाये कि उर्वरक की स्थापना बीज के 2-3 से.मी. नीचे की जाये ताकि उर्वरक को खर्च का पूरा लाभ मिल सके और उसकी उपयोगिता बढ़ जाये। खेतों को खरपतवार से मुक्त रखना भी जरूरी बात है अत: निंदाई-गुड़ाई समयानुसार की जाये।

महत्वपूर्ण खबर: खाद के लिए परेशान हो रहे किसान, सोसायटियों में खाद विक्रय बंद

Share
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *