समस्या- मैं धान की नर्सरी डालना चाहता हूं, कृपया विधि बतायें।
– जगदीश पांडे, सुल्तानपुर
समाधान- धान उत्पादक कृषकों को धान की नर्सरी से ही चौकन्ना होना जरूरी है। बीमार पौधों की रोप मुख्य खेत में लगाने से उत्पादन प्रभावित होता है। नर्सरी डालने का समय 15 मई से 20 जून तक का होता है। निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप नर्सरी की तैयारी करें। निम्न बिन्दुओं पर ध्यान दें।
1. 800-1000 वर्गमीटर की नर्सरी से उत्पादित रोपे एक हेक्टेयर क्षेत्र के लिए पर्याप्त होते हैं।
2. बीज को नमक के घोल से तथा 10 ग्राम बाविस्टीन, 1 ग्राम स्ट्रेप्टोसाईक्लिन 10 लीटर पानी में घोल बनाकर उपचारित करें।
3. उपचारित बीज को अंकुरित करके बुआई नर्सरी में करें।
4. 5 से.मी. पानी से भरी नर्सरी में अंकुरित बीज समान रूप से बिखेर दें।
5. नर्सरी तैयारी के समय 8-12 किलो गोबर खाद 8-20 किलो यूरिया, 10-20 किलो सिंगल सुपर फास्फेट, 5-6 किलो म्यूरेट ऑफ पोटाश और 2-5 किलो जिंक सल्फेट प्रति 1000 वर्गमीटर नर्सरी में डालें।