वर्तमान में पानी के छोटे-मोटे झल्ले आ रहे हैं। क्या अभी गेहूं की बुआई की जा सकती है। कौन सी जाति, कितना खाद कृपया बताएँ
- मोहन सिंह
1 नवंबर 2021, वर्तमान में पानी के छोटे-मोटे झल्ले आ रहे हैं। क्या अभी गेहूं की बुआई की जा सकती है। कौन सी जाति, कितना खाद कृपया बताएँ –
समाधान– वर्तमान की वर्षा रबी फसलों के लिये वरदान साबित हो रही है। पानी के झल्लों से भूमि को भीतरी नमी और बाहरी नमी मिल रही हैं जो जड़ों के विकास के लिये बहुत उपयोगी है। मौसम में ठण्डक भी हो गई है। आप वर्षा आधारित गेहूं की बुआई शुरू कर सकते हैं। गेहूं के अलावा यदि अन्य रबी फसल भी लेना हो तो मसूर, अलसी, मटर की बुआई पहले करें फिर गेहूं की बोनी अक्टूबर में ही निपटाई जा सकती है। आप निम्न उपाय करें।
- जातियों में सी-306, सुजाता, एच 50-2004, मेघदूत, नर्मदा 4, नर्मदा 112 इत्यादि लगा सकते हैं।
- एक हेक्टर में 100-125 किलो लगेगा।
- कतार से कतार 25-30 से.मी. बीज 6 से.मी. गहराई पर बोयें।
- उर्वरक में यूरिया 87 किलो, सिंगल सुपर फास्फेट 125 किलो तथा म्यूरेट ऑफ पोटाश 33 किलो प्रति हे. की दर से डालें।
- बोआई पूर्व बीज का उपचार 2 ग्राम थाइरम प्रति किलो बीज द्वारा करें।
- कृषक जगत द्वारा गेहूं फसल की उत्पादन तकनीकी का विस्तार से पुस्तक का प्रकाशन किया गया है, आप उसे बुलवा लें अधिक मार्गदर्शन मिलेगा।