प्राकृतिक खेती-स्ट्रॉबेरी-मशरूम-कड़कनाथ नवाचार में आगे
राज्य स्तरीय आत्मा कार्यशाला
- (प्रकाश दुबे)
27 नवम्बर 2022, भोपाल । प्राकृतिक खेती-स्ट्रॉबेरी-मशरूम-कड़कनाथ नवाचार में आगे – सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन आत्मा अंतर्गत भोपाल में प्रदेश स्तरीय पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन कार्यशाला आयोजित की गई। अधिकतर जिलों में नवाचार स्ट्रॉबेरी-मशरूम-मुर्गी पालन, औषधीय फसल, प्राकृतिक खेती पर किए जा रहे हैं। भोपाल की उप संचालक आत्मा श्रीमती सुमन प्रसाद ने पराली को डी-कंपोजर कैप्सूल तकनीक से खाद निर्माण, ड्रोन तकनीकी की बात कही, इंदौर से परियोजना संचालक श्रीमती शर्ली थामस ने औषधीय फसल उत्पादन पर, धार के परियोजना संचालक आत्मा श्री कैलाश मगर ने हिमाचल प्रदेश से बुलाए स्ट्राबेरी पौधों एवं प्राकृतिक खेती पर नवाचार की जानकारी दी, ग्वालियर के विकासखंड तकनीकी प्रबंधक श्री मलखान सिंह ने बटन मशरूम से अचार निर्माण, छिंदवाड़ा से उप परियोजना संचालक श्रीमती प्राची कौतू ने फसल विविधीकरण में सरसों उत्पादन, मधु मक्खी पालन की, बड़वानी की उप परियोजना संचालक सुश्री रूपरैशम अवासे ने मछली पालन, झींगा पालन की, खरगोन के सहायक तकनीकी प्रबंधक श्री अविनाश सिंह चौहान ने जिले के प्रगतिशील कृषक के 70 तरीके की फसल उत्पादन पर बताया, सिवनी के उप परियोजना संचालक ,श्री नितिन गनवीर ने हेवी ड्यूटी ब्रश कटर, स्पाईसलिना नील हरित शैवाल के उपयोग बताया।
नर्मदापुरम के उप परियोजना संचालक श्री गोविंद मीणा ने मूंग एवं धान फसलों के प्राकृतिक एवं रसायनिक तरीकों से उत्पादन में आय-व्यय को बताया। हरदा के उप परियोजना संचालक श्री अखिलेश पटेल ने सोलर मिट्टी प्लांट केयर, मोबाइल मोटर कंट्रोलर, वसुमता क्लस्टर कैंप बनाने की जानकारी दी, सीहोर के तकनीकी प्रबंधक श्री कृष्ण पाल भाटी ने पशु आहार के रूप में एजोला उत्पादन सोलर पावर स्प्रे, कडक़नाथ पर बताया। राजगढ़ के सहायक तकनीकी प्रबंधक श्री पदमाकर सगर ने प्राकृतिक खेती पर नवाचार की जानकारी दी, गुना के उप परियोजना संचालक श्री अमित सिंह भदोरिया ने सेफ एंड ऑर्गेनिक प्रोजेक्ट के अंतर्गत जैविक उत्पाद विक्रय केंद्र स्थापित करने का बताया। शहडोल के तकनीकी प्रबंधक श्री शिशुपाल सिंह राजपूत ने अमरूद, लेमनग्रास, धान के खेतों में एजोला, स्ट्रॉबेरी, बटेर पालन की जानकारी दी। बैतूल के तकनीकी प्रबंधक श्री सुनील बर्डे ने जिले के प्रगतिशील कृषक श्री लोकेश गवाण्डे द्वारा जैविक खेती में किए गए कार्यों का वीडियो दिखाया। उज्जैन के तकनीकी प्रबंधक श्री राजेश चौहान ने प्राकृतिक खेती, कडक़नाथ, गन्ना उत्पादन से गुड़ निर्माण की जानकारी दी। झाबुआ के सहायक प्रबंधक श्री संतोष पाटीदार ने हल्दी उत्पादन, हाइड्रोजेल में नवाचार बताये, मंदसौर के तकनीकी प्रबंधक श्री कन्हैया प्रजापति ने उड़द की देसी प्रजाति के बीजों का प्रदर्शन, रतलाम के तकनीकी प्रबंधक श्री अमूल चौधरी ने गांव में ही कच्ची घानी से तेल निर्माण की जानकारी दी।
मुरैना के श्री दिलीप गुप्ता, सीधी के श्री पंकज बागरी, आगरमालवा श्री वेदप्रताप सेन, कटनी के श्री अतुल सिंह, शिवपुरी के श्री रघुवीर यादव, मंडला के श्री राम सिंह सोलंकी, नीमच के श्री पुरुषोत्तम, देवास के श्री एम. एल. सोलंकी, विदिशा के श्री अशोक रघुवंशी इनके अलावा रायसेन, जबलपुर, अशोक नगर, शाजापुर, बुरहानपुर, नरसिंहपुर, रीवा, उमरिया, सिंगरौली, सागर, खंडवा, छतरपुर जिले के आत्मा प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यशाला में सिएट के संचालक श्री के. पी. अहरवाल, संयुक्त संचालक भोपाल एवं नर्मदापुरम संभाग श्री बी.एल. बिलैया, संचालनालय से उप संचालक श्रीमती रश्मि वर्गिस, सहायक संचालक डॉ. अशोक कुम्हार, वरिष्ठ अधिकारी श्रीमती आशालता पाठक, कार्यशाला के संयोजक उप संचालक सिएट श्री यू.एस. जादौन, भोपाल के उप परियोजना संचालक आत्मा श्री अमित प्रताप सिंह, राजगढ़ के सहायक संचालक कृषि श्री वी. के. नायता भी उपस्थिति थे।
महत्वपूर्ण खबर: जीएम सरसों पर रस्साकशी