जानिए केले की पत्ती धब्बा और वायरल रोग के प्रति प्रतिरोधी किस्म
29 दिसम्बर 2023, भोपाल: जानिए केले की पत्ती धब्बा और वायरल रोग के प्रति प्रतिरोधी किस्म – पचा नादान (एएबी) तमिलनाडु की लोकप्रिय केले की किस्मों में से एक है। इसका छिलका मोटा और दृढ़ प्रकृति का होती है। पचा नादान (एएबी) की फसल अवधि 10-12 महीने है और गुच्छे का वजन 15-18 किलोग्राम होता हैं।
पचा नादान (एएबी) को नारियल सुपारी और सुपारी के बागानों के बीच एक अंतरफसल के रूप में उगाया जा रहा है। यह पत्ती धब्बा और वायरल रोग के प्रति प्रतिरोधी किस्म है। इन फलों का उपयोग शरीर के तापमान को ठंडा करने के लिए किया जाता था।
वही इसके पके और बिना पके दोनों प्रकार के फलों का उपयोग खाने के लिए किया जाता है।
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