कपास (61-90 दिन) में रस चूसक कीटों पर नियंत्रण कैसे करें
15 जुलाई 2023, भोपाल: कपास (61-90 दिन) में रस चूसक कीटों पर नियंत्रण कैसे करें – केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान- सिरसा, हरियाणा ने नरमा कपास फसल की उच्च पैदावार प्राप्त करने के लिए किसानों को सलाह जारी की हैं। इस सलाह में संस्थान द्वारा नरमा कपास किसानों को 61-90 दिन के रस चूसक कीट के प्रकोप से फसल को बचाने व इन कीटो पर नियंत्रण करने के बारे में बताया गया हैं।
कपास में (61-90 दिन) की फसल में रस चूसक कीटों का नियंत्रण –
रस चूसक कीटों के आर्थिक नुकसान का स्तर:- (अ.) सफेद मक्खी- 18-24 वयस्क/3 पत्ते, (ब.) थ्रिप्स -30-40 निम्फ और वयस्क/3 पत्ते, (स) हरा तेला-6 निम्फा/3 पत्ते से ऊपर होने पर सिफारिश किए गए कीटनाशको का प्रयोग करें।
सफेद मक्खी के वयस्कों के लिए भावी कीटनाशक:-डायफेंथियुरोन 50 डब्ल्यू.पी. (500 ग्राम) या एफिडोपाइरोपेन 50 जी./एल. (1000 मि.ली.) या डाइनोटेफ्यूरान 20 एस.जी.(150 ग्राम) या फलोनीकामेड 50 डब्ल्यू.जी.(200 ग्राम) या क्वलॉथीयानिडिन 50 डब्ल्यू.जी.(50 ग्राम)/हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें|
सफेद मक्खी के निम्फ/ बच्चो के लिए प्रभावी कीटनाशक:- पायरीप्रॉक्सीफेन 10 ई.सी.(1250 मि.ली.) या बुप्रोफेजिन 25 एस.सी.(1000 मि.ली.) या स्पाइरोमेसीफेन 22.9 एस.सी.(500 मि.ली.) प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें।
रस चूसक कीटों के मिश्रित संक्रमण होने पर प्रभावी स्प्रे:- 60 दिनों के बाद सफेद मक्खी और थ्रिप्स या दोनों का मिश्रित संक्रमण होने पर डायफेंथियूरॉन 50 डब्ल्यू.पी.(500 ग्राम) या स्पिनटोराम 11.7 एस.सी.(425 मि.ली.) या प्रोफेनोफॉस 50 ई.सी.(1250 मि.ली.)/हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें। सफेद मक्खी और हरा तेला या दोनो का मिश्रित संक्रमण होने पर फ्लोनिकामिड 50 डब्ल्यू.जी.(200 ग्राम) या डाईनोटेफ्यूरान 20 एस.जी.(150 ग्राम)/हेक्टेयर प्रयोग करें।
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