फसल की खेती (Crop Cultivation)

रबी ज्वार आधारित अंतर फसल प्रणाली से किसान कमा सकते हैं अधिक मुनाफा

22 नवम्बर 2023, भोपाल: रबी ज्वार आधारित अंतर फसल प्रणाली से किसान कमा सकते हैं अधिक मुनाफा – किसान रबी ज्वार की अंतर फसल प्रणाली से खेती करके अधिक मुनाफा अर्जित कर सकते हैं। नीचे निम्नवत क्षेत्रों के रबी ज्वार की अंतर फसल प्रणाली दी गई हैं।

कुसुम बहुल क्षेत्रों में रबी ज्वार + कुसुम की अंतरफसलों को 6:3 की पंक्ति के अनुपात में खेती करने से कम क्षेत्र में अधिक उत्पादकता व उपज प्राप्त की जा सकती हैं।

कर्नाटक के चना प्रधान क्षेत्रों में किसान रबी ज्वार + चना  की अंतरफसलों को 1:4 के अनुपात में और महाराष्ट्र के सोलापुर क्षेत्र में 2:4 के अनुपात में खेती करने से कम क्षेत्र में अधिक उत्पादकता व उपज प्राप्त की जा सकती हैं।

रबी ज्वार + मटर की अंतरफसलो को 2:1 के अनुपात में खेती करने से दक्षिण गुजरात के क्षेत्रों के किसान कम क्षेत्र में अधिक उत्पादकता व उपज प्राप्त कर सकते हैं।

आंध्र प्रदेश के क्षेत्रों में रबी ज्वार + काला चना की अंतर फसल 2:2 के अनुपात में खेती की जा सकती हैं। 

चावल की परती व ज्वार की फसल, ज्वार के रकबे में कमी को बढ़ाने के लिए अंतर फसल और विविधीकरण सबसे अच्छा समाधान हैं। इससे उत्पादकता और उपज में भी वृध्दि होगी और किसानों को भी अधिक लाभ प्राप्त होगा।

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