जायद मौसम में उड़द की खेती

दलहनी फसल होने के कारण इसकी जड़ों में बनने वाली गांठों में उपस्थित जीवाणु वायुमण्डलीय नत्रजन को भूमि में स्थिर करके भूमि को उपजाऊ बनाती है। इस प्रकार यह फसल भूमि की उर्वराशक्ति को बनाये रखने में  भी सहायक है।

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें

मत्स्य जीवाणु जनित रोग एवं उनका उपचार

मत्स्य पालन करते समय मछलियों को होने वाले रोगों की ओर ध्यान देना आवश्यक होता है। मछलियाँ भी अन्य प्राणियों के समान प्रतिकूल वातावारण में रोगग्रस्त हो जाती है। रोग फैलते ही संचित मछलियों के स्वभाव में प्रत्यक्ष रुप से

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें

जायद की तिल लगायें

जायद की तिल के लिए भूमि का चुनाव – जायद की तिल के लिए दोमट, हल्की चिकनी एवं कछारी भूमि तिल की खेती हेतु उपयुक्त होती है। खेत की तैयारी– अच्छी जुताई कर भुरभुरी मिट्टी वाला समतल खरपतवार रहित खेत

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें
Advertisements

केला के प्रमुख रोग एवं निदान

चित्ती रोग या सिगाटोक रोग यह रोग सर्कोस्पोरा म्यूसी नामक फफूंद से उत्पन्न होता है । इस रोग ने सन् 1913 में फिजी द्वीप के सिगाटोका के मैदानी भाग में व्यापकता से प्रकोप कर केले की फसल को बुरी तरह

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें

दलहन बेचारी बड़ी परोपकारी

वनस्पति जगत के महत्वपूर्ण कुल लेग्यूमिनेसी के अन्तर्गत वर्गीकृत खाद्य लेग्यूम या फलीदार फसलें जिनके सूखे दानों को उपयोग किया जाता है, दलहनी फसलें कहलाती हैं। इनकी फलियों में एक से 12 तक पैदा होने वाले दानों को सब्जी, सूप,

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें

कम पानी एवं शीघ्र पकने वाली फसलों का बीज उत्पादन लें

भोपाल। सहकारिता मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने कम वर्षा में पैदा होने वाली फसलों के लिये प्रमाणित बीज उत्पादन प्राथमिकता से किये जाने के निर्देश दिये हैं। म.प्र.राज्य सहकारी बीज उत्पादक एवं विपणन संघ के संचालक मंडल की बैठक में

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें
Advertisements

रबी प्याज की उन्नत खेती

भूमि का चुनाव प्याज को विभिन्न प्रकार की मृदाओं में उगाया जा सकता है, लेकिन अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए दोमट या बुलई दोमट मिटटी, जिसमें जीवंाश्म पदार्थ की प्रचुर मात्रा व जल निकास की उत्तम व्यवस्था हो साथ

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें

मिर्च की फसल में रखें सावधानी

धार। जिले में लगभग 35000 हैक्टेयर में मिर्च की खेती होती है। मिर्च की खेती में प्रमुख समस्या सूखा रोग (विल्ट) तथा पर्णकुंचन (कुकड़ा/वायरस) की होती है। लगातार निरीक्षण करते हुए दवाओं के सावधानीपूर्वक प्रयोग से हानि से बचा जा

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें

इल्लियां खाती फूल-फली, होता सोयाबीन में अफलन

आने वाले सप्ताह के लिए सोयाबीन की खेती करने वाले कृषकों को सलाह 1. जिन क्षेत्रों में वर्षा हुई है वहां पत्ती खाने वाली इल्लियों का प्रकोप की संभावना है। इस स्थिति में किसान भाई फसल में कीट भक्षी पक्षियों

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें

खरपतवारों का करे सफाया नॉमिनी गोल्ड की जापानी तकनीक

धान की फसल मध्यप्रदेश की एक महत्वपूर्ण फसल है। पिछले कुछ सालों से धान के रकबे में निरंतर वृद्धि हुई है। इस साल भी धान के रकबे में अभूतपूर्व बढ़ोतरी होने की संभावना जताई जा रही है। खरपतवारों की समस्या

आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें