Crop Cultivation (फसल की खेती)

Crop Cultivation includes package of practices (Kheti ki Jankari) and innovations in farming practices (Beej Upchar, Kharpatwar niyantaran, rogon aur sankraman se suraksha)

Cereal crops (अनाज की फसल) – Gehu, Dhan, Makka, Jau, Bajra, Jowar, Ragi, Kodo, Kutki.

Oil seeds (तिलहन) – Soybean, Canola, Sarso, Surajmukhi, Moongfali.

Pulses (दलहन फसल) – Moong, Arhar, Tur, Chana, Masoor, Urad.

Fibre crops (रेशे वाली फसलें) – Kapas (Cotton), Jute. Tuber crops (कंद की फसलें) – Aalu, shakarkand, shaljam, Arbi.

Spice crops (मसाला फसलें) – ilichai, laung, haldi, adrak, lehsun, jeera, Kela, ganna (Sugarcane), Mirch, dhaniya.

Cash crops (नकदी फसलें) – Chai, Coffee, Tambaku. 

Vegetable crops (सब्जियों की फसलें) – Pyaz, tamatar, baingan, lauki, gilki, kaddu, bhindi, palak, methi, gobhi.

Fruit crops (फल) – Angoor, Aam, sab, kela, Santara, Anar, amrood ki kheti ki jankari.

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पंत सोयाबीन 26 (PS-1572) सोयाबीन की अधिसूचित किस्म

25 जून 2022, नईदिल्ली । पंत सोयाबीन 26 (PS-1572) सोयाबीन की अधिसूचित किस्म – किस्म का नाम: पंत सोयाबीन 26 (PS-1572) रिलीज का साल: 2020 उपज क्षमता: 18 किग्रा/हेक्टेयर अनुशंसित राज्य / क्षेत्र: पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश (बुंदेलखंड को छोड़कर) और बिहार किस्म की विशेषताएं: येलो

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बाजरा भारत का सुपरफूड: श्री प्रह्लाद सिंह

राष्ट्रीय बाजरा सम्मेलन 24 जून 2022, नई दिल्ली । बाजरा भारत का सुपरफूड: श्री प्रह्लाद सिंह – केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री श्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने नई दिल्ली में ‘भारत के लिए भविष्य का सुपर फूड‘ विषय पर राष्ट्रीय बाजरा

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पक्षियों से फलो को कैसे बचाएँ

24 जून 2022, टीकमगढ़ । पक्षियों से फलो को कैसे बचाएँ  – कृषि विज्ञान केंद्र, टीकमगढ़ के केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ बी. एस. किरार साथ ही केंद्र के वैज्ञानिक डॉ यू एस. धाकड़ एवं डॉ सुनील कुमार

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सोयाबीन का बीज उपचार करने का सही समय कब है

23 जून 2022, भोपाल: बुवाई कार्य शुरू करने के लिए बीज उपचार सबसे महत्वपूर्ण कदम है। कब करना है और कैसे करना है, यह जानना जरूरी है। इससे पहले कि हम बीज उपचार करने के सर्वोत्तम समय के विषय पर

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सोयाबीन की बोवनी 4 इंच वर्षा होने के बाद ही करें

23 जून 2022, भोपाल । सोयाबीन की बोवनी 4 इंच वर्षा होने के बाद ही करें – भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर की अनुशंसा के आधार पर कृषि विभाग द्वारा जिले के किसानों को महत्वपूर्ण सलाह दी गई है कि

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खेती में फसल विविधीकरण की महत्ता

कविता, श्वेता सस्य विज्ञान विभागचौ. चरण सिंह हरियाणा कृषि विवि, हिसार 23 जून 2022,  खेती में फसल विविधीकरण की महत्ता – भारतीय कृषि में हरित क्रांति के बाद से किसानों का एकमात्र ध्यान खाद्य फसलों के उत्पादन बढ़ाने की तरफ

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केला उत्पादक किसानों को महत्वपूर्ण सुझाव

23 जून 2022, बुरहानपुर । केला उत्पादक किसानों को महत्वपूर्ण सुझाव – उद्यानिकी विभाग के उपसंचालक श्री आर.एन.एस.तोमर ने केला उत्पादक किसानों को महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं । उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में जिले में तापमान कम हुआ

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पूसा बासमती-1886 (झुलसा और झोंका रोगरोधी)

21 जून 2022, नई दिल्ली । पूसा बासमती-1886 (झुलसा और झोंका रोगरोधी) – पूसा बासमती 1401 को झुलसा और झोंका रोगरोधी बनाकर पूसा बासमती-1886 विकसित की गई है, जिसकी गुणवत्ता भी अच्छी है और 155 दिन में पकने वाली किस्म है। यह

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पूसा बासमती-1847 (झुलसा और झोंका रोगरोधी)

21 जून 2022, नई दिल्ली । पूसा बासमती-1847 (झुलसा और झोंका रोगरोधी) – पूसा बासमती-1509 को सुधारकर पूसा बासमती-1847 किस्म विकसित की है। 125 दिन की परिपक्वता है और अन्य गुण 1509 समान है। पूसा बासमती-1509 से 5 क्विंटल/एकड़ अधिक उपज देती है।

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पूसा बासमती-1885 (झुलसा और झोंका रोगरोधी)

21 जून 2022, नई दिल्ली । पूसा बासमती-1885 (झुलसा और झोंका रोगरोधी) – भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा पूर्व में विकसित और प्रचलित धान किस्म पूसा बासमती-1121 को सुधार कर और रोग रोधी बनाकर नई किस्म पूसा बासमती-1885 विकसित की गई है। इसकी परिपक्वता

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