राज्य कृषि समाचार (State News)

प्राकृतिक और जैविक खेती के लिए कृषकों को दिया प्रशिक्षण

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05 जनवरी 2023, खरगोन: प्राकृतिक और जैविक खेती के लिए कृषकों को दिया प्रशिक्षण – राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय से संबद्ध स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र खरगोन द्वारा प्राकृतिक एवं जैविक खेती के विकास विस्तार के लिए गत दिनों झिरन्या के ग्राम मलगांव कोठा में कृषकों को प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें कई किसान शामिल हुए।

प्रशिक्षण में प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. जीएस कुलमी ने कहा कि रासायनिक पदार्थों के द्वारा उत्पादित अन्न खाने से हमारे शरीर और मन दोनों रोगी होते जा रहे हैं। शुद्ध सात्विक प्राकृतिक तरीके से उगाए गए अनाज एवं फल सब्जियां शरीर और मन दोनों के स्वास्थ्य के लिए उत्तम होते हैं। इसमें कृषि की लागत भी कम होती है और पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है। वहीं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. राजीव कुमार सिंह ने प्राकृतिक खेती के अनेक लाभ गिनाते हुए जीवामृत, घन जीवामृत, बीजामृत एवं फसल सुरक्षा के लिए जैविक कीटनाशक तैयार करने की विधियां समझाई।

ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी डॉ. संतोष पाटीदार ने प्राकृतिक खेती का पंजीयन कराने तथा भूमि सुधार एवं आर्थिक स्वावलंबन के लिए सभी किसानों को प्राकृतिक खेती करने की सलाह दी। साथ ही मिट्टी परीक्षण के लिए नमूना लेने की विधि समझाई। तकनीकी अधिकारी श्री संतोष पटेल ने उपस्थित किसानों के डाटा संकलित किए । कार्यक्रम के अंत में कृषि विज्ञान केंद्र खरगोन द्वारा किसानों को जीवामृत एवं घनजीवामृत बनाने के लिए जैविक गुड़ एवं दलहनी आटा आदि सामग्री दी गई। ज्ञातव्य है कि ग्राम मलगांव कोठा में अधिकांश किसान प्राकृतिक खेती करते हैं ,जिनके जैविक फसल उत्पाद अच्छी कीमत पर बिक जाते हैं।

महत्वपूर्ण खबर: कपास मंडी रेट (04 जनवरी 2023 के अनुसार)

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