राज्य कृषि समाचार (State News)

मध्यप्रदेश के 6 जिलों में भारी से अति भारी वर्षा की संभावना

12 सितम्बर 2024, इंदौर: मध्यप्रदेश के 6 जिलों में भारी से अति भारी वर्षा की संभावना – मौसम केंद्र, भोपाल से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यप्रदेश के इंदौर संभाग के जिलों में  कुछ ̾ स्थानों पर;  नर्मदापुरम , शहडोल संभागों के जिलों में अनेक ̾थानों पर; भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, सागर संभागों के जिलों में अधिकांश  स्थानों पर वर्षा दर्ज़ की गई एवं शेष सभी संभागों के जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा । राजगढ़ जिले के ब्यावरा में सर्वाधिक 355.8  मिमी वर्षा दर्ज़ की गई। 1 जून से 12 सितंबर तक की अवधि में दीर्घावधि औसत से मध्य प्रदेश में 17% अधिक वर्षा हुई है। पूर्वी मप्र में औसत से 12 % अधिक और पश्चिमी मप्र में औसत से  21% अधिक वर्षा हुई है। राज्य के कई जिलों में गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलीं।                

मानसून की स्थिति – पश्चिमोत्तर मध्यप्रदेश और इससे  संलग्न जिलों में निर्मित तीव्र निम्न दाब क्षेत्र  ( डिप्रेशन ) उत्तर – उत्तर -पूर्वी  दिशा की ओर बढ़ गया है, इसके उत्तर – उत्तर पूर्व दिशा की ओर बढ़ते  हुए  कल,13 सितंबर से  दुर्बल होने की संभावना है। है। वर्तमान में मानसून ट्रफ अमृतसर, दिल्ली , दक्षिण – पश्चिम उत्तर प्रदेश  के ऊपर स्थित तीव्र  निम्न दाब क्षेत्र के केंद्र से होते हुए दक्षिण पूर्व की बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। उधर सौराष्ट्र  तथा पंजाब और संलग्न हरियाणा के ऊपर एक चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है। दक्षिणी गुजरात से लेकर कर्नाटक तट तक अपतटीय ट्रफ विस्तृत है।

पूर्वानुमान – मौसम केंद्र के अनुसार अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, श्योपुरकलां और निवाड़ी जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा (115.6 – 204.4  मि .मी.) होने की संभावना है। जबकि विदिशा, रायसेन, मंदसौर, नीमच, गुना, सिंगरौली, सिवनी, बालाघाट, पन्ना ,सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, जिलों में कहीं -कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है। शेष जिलों में कुछ /अनेक स्थानों पर वर्षा या गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements