राज्य कृषि समाचार (State News)

कटनी में नीम कोटेड यूरिया खाद की एक और रैक आई

04 सितम्बर 2024, कटनी: कटनी में नीम कोटेड यूरिया खाद की एक और रैक आई –  जिले में वर्तमान में खरीफ फसलों के लिए सर्वाधिक मांग वाली उर्वरक यूरिया खाद की गत शनिवार को एक और रैक झुकेही रैक पाइंट पर आ गई है। इस रैक के आने से जिले में यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता हो गई है। इससे किसानों को स्थानीय स्तर पर ही उनकी मांग के अनुरूप खाद मिल सकेगी।

कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव द्वारा जिले में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे निरंतर प्रयासों की वजह से कटनी जिले के लिए एक हजार 10 मीट्रिक टन नीम कोटेड यूरिया की रैक आ  गई है।नीम कोटेड यूरिया उर्वरक की रैक झुकेही रैक पाइंट पर गत शनिवार को लग गई है। जहां से परिवहन कर यूरिया जिले में लाई जा रही है। कलेक्टर श्री यादव ने किसानों के हितों और उनसे सीधे सरोकार रखने वाले खाद एवं बीज की उपलब्धता जैसे विषयों के प्रति पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ कार्य करने कृषि,  सहकारिता,मप्र विपणन संघ एवं एम पी एग्रो के अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देशित किया है।

उप संचालक कृषि ने बताया कि रैक से आई नीम कोटेड यूरिया में से कटनी डबल लाक केन्द्र के लिए 350 मीट्रिक टन, बहोरीबंद डबल लाक केन्द्र के लिए 350 मीट्रिक टन और सी एम एस मार्केटिंग सोसायटी कृषि उपज मंडी कटनी को  60 मीट्रिक टन और सहकारी समितियों को 200 मीट्रिक टन एवं एम पी एग्रो कटनी को 50 मीट्रिक टन यूरिया आवंटित की जायेगी। जिससे यहां के किसानों को पर्याप्त मात्रा में उनकी जरूरत के मुताबिक उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी।  

उप संचालक कृषि  ने बताया कि जिले में पहले से ही 3759 मीट्रिक टन यूरिया,1535 मीट्रिक टन डी ए पी, 1319 मीट्रिक टन एन पी के खाद और 3306 मीट्रिक टन एस एस पी उर्वरक की उपलब्धता मौजूद हैं।कलेक्टर ने सभी खाद दुकानों के बाहर सूचना बोर्ड लगाने और इस बोर्ड में प्रत्येक उर्वरक की उपलब्ध मात्रा का विवरण और इसी के सामने उर्वरक की दर लिखवाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।कलेक्टर ने  किसानों से आग्रह किया है कि वे खाद ,बीज से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या और शिकायत या खाद ,बीज मिलने में असुविधा संबंधी सूचना कलेक्ट्रेट कार्यालय में बने जिला स्तरीय कंट्रोल रूम के टेलीफोन नम्बर 07622-220071 पर दे सकते हैं।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements