मध्यप्रदेश विकसित राज्य की ओर अग्रसर
07 नवंबर 2024, भोपाल: मध्यप्रदेश विकसित राज्य की ओर अग्रसर – मध्यप्रदेश के नये स्वरूप की यात्रा को 68 वर्ष बीत चुके हैं। इस यात्रा में लगभग दो दशक पूर्व तक प्रदेश बीमारू राज्य की श्रेणी में था। विकास के निरंतर प्रयास से प्रदेश प्रगति पथ पर आगे बढ़ा। विगत दस वर्षों से यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में प्रदेश ने विकास की करवट ली और प्रदेश विकसित राज्य की ओर अग्रसर है। अब हमने जनसेवा, सुशासन और प्रदेश के चहुंमुखी विकास की नयी यात्रा आरंभ की है। प्रदेशवासियों के साथ मिलकर प्रदेश को देश में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में कार्य किये जा रहे हैं।
विकास के साथ विरासत को लेकर आगे बढ़ेंगे
भारत का ह्दय, अपना मध्यप्रदेश वन, जल, अन्न, खनिज, शिल्प, कला, संस्कृति, उत्सव और परंपराओं से समृद्ध है। पुण्य सलिला माँ नर्मदा का सान्निध्य और भगवान महाकालेश्वर का आशीर्वाद हमें प्राप्त है। यह असंख्य वीरों, बलिदानियों और राष्ट्र संस्कृति के प्रति समर्पित महान विभूतियों की धरती है। यह भगवान परशुराम की जन्मस्थली, भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षास्थली और आदि शंकराचार्य की तपोस्थली है। यहां गोंडवाना की वीरांगना रानी दुर्गावती ने स्वत्व के लिए प्राणों का उत्सर्ग किया था। राष्ट्र में अपने सांस्कृतिक गौरव को पुर्नस्थापित करने वाली पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की कर्मस्थली है। उनके त्रिशताब्दी समारोह के आयोजन वर्ष में कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।
55 जिलों में पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस युवा शक्ति मिशन शिक्षा, कौशल विकास, रोजग़ार, उद्यमिता, नेतृत्व विकास, सांस्कृतिक और सामाजिक कार्य की योजना बनाकर मिशन मोड में कार्य करेगा। प्रदेश के 55 जिलों में पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का शुभारंभ, कुलपतियों को कुलगुरु का मान, शिक्षा में भारतीय ज्ञान परंपरा, पर्यावरण और योग ध्यान पाठ्यक्रम का समावेश किया गया है।
कृषि की उपज बढ़ाने ठोस प्रयास
गरीब कल्याण मिशन स्वरोजगार तथा सामाजिक सुरक्षा योजनाओं, आवास, शिक्षा व स्वास्थ्य की सुविधा आदि की दिशा में कार्य करेगा। नारी शक्ति मिशन के तहत बालिका शिक्षा, लाड़ली लक्ष्मी योजना, लाड़ली बहना योजना, लखपति दीदी योजना, महिला स्व-सहायता समूहों के सशक्तिकरण आदि कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ किये जायेंगे। किसान कल्याण मिशन में कृषि और उद्यानिकी को लाभ का व्यवसाय बनाने की दिशा में कार्य होंगे। किसानों को राहत प्रदान करने के साथ कृषि की उपज बढ़ाने की दिशा में ठोस प्रयास किये जायेंगे। मुझे विश्वास है कि विकसित मप्र निर्माण के संकल्प को पूरा करने में इन चारों मिशन की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
औद्योगिक विकास में क्रांतिकारी परिवर्तन
हमारा प्रयत्न है कि मध्यप्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र के विशिष्ट उत्पादों के अनुरूप उद्योग स्थापित हों। इसके लिए हमने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, सागर और रीवा में आयोजन किया। इससे विपुल क्षेत्रीय स्थानीय उत्पाद के अनुसार उद्योग स्थापना का क्रम आरंभ होगा और औद्योगिक विकास में क्रांतिकारी परिवर्तन आयेगा।
प्रत्येक गांव में गौ-शाला
मेरा संकल्प है कि प्रदेश की धरती पर कभी जल का संकट न आए इसका एक-एक कोना जल से सिंचित हो। इसके लिए हमने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में केन-बेतवा और पार्वती-काली-सिंध चंबल नदी लिंक परियोजनाओं पर तेजी से कार्य आरंभ कर दिया है। कृषि के साथ गौ-पालन को प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक गांव में गौ-शाला खोली जायेगी। गाय हमारी संस्कृति और कृषि का आधार है। प्रदेश में हम गौ-संरक्षण एवं संवर्धन वर्ष मना रहे हैं।
साइबर तहसील
प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में सुशासन के लिए होने वाले प्रयास में साइबर तहसील परियोजना को सभी 55 जिलों में लागू किया गया है। यह पहल करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। थानों की सीमाओं का पुनर्निर्धारण, राजस्व महाअभियान के 2 चरणों में नामांतरण, बंटवारा, अभिलेख दुरुस्ती, नक्शा सुधार और सीमांकन के 80 लाख से अधिक लंबित प्रकरणों का निराकरण, आवासीय भू-खंडों के लिए ऑनलाइन आवेदन व्यवस्था लागू की है।
हितग्राहियों को लाभ दिलाने मध्यप्रदेश,देश में अग्रणी
मुझे यह बताते हुए खुशी है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में विकास की जो गंगा प्रवाहित हो रही है, उससे प्रदेश तीव्र गति से विकास की ओर अग्रसर है। केन्द्र सरकार की प्रमुख योजनाओं, पीएम स्व-निधि योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, पीएम आवास योजना, कृषि अवसंरचना निधि, प्रधानमंत्री मातृ-वंदना योजना, पीएम स्वामित्व योजना, नशामुक्त भारत अभियान, आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, राष्ट्रीय आजीविका मिशन, स्वच्छ भारत मिशन आदि के क्रियान्वयन और पात्र हितग्राहियों को उनका लाभ दिलाने में मध्यप्रदेश,देश में अग्रणी है। मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता है कि यह आर्थिक, सामाजिक, औद्योगिक और सांस्कृतिक अभ्युदय का समय है। मेरा आप सभी से आग्रह है कि आप स्थानीय उत्पादों का उपयोग करें, स्थानीय विशेषताओं के अनुरूप विकास यात्रा में सहभागी बनें और वोकल फॉर लोकल को अपनाएं। मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मध्यप्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता के साथ, सहयोग और संकल्प से हम आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश बनाएंगे और विकसित भारत के निर्माण में सहभागी होंगे।
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