ग्लोबल एनर्जी मीट: मध्यप्रदेश में सोलर और पवन ऊर्जा में 11,000 करोड़ का निवेश, सीएम ने की निवेशकों से सीधी चर्चा
17 सितम्बर 2024, भोपाल: ग्लोबल एनर्जी मीट: मध्यप्रदेश में सोलर और पवन ऊर्जा में 11,000 करोड़ का निवेश, सीएम ने की निवेशकों से सीधी चर्चा – गांधी नगर में आयोजित चौथे ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर्स मीट के दूसरे चरण में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच गहन चर्चा हुई। इस दौरान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में हो रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रदेश की नवकरणीय ऊर्जा क्षमता 12 सालों में 14 गुना बढ़ी है और अब राज्य 7 हजार मेगावाट ऊर्जा उत्पन्न कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि रीवा सौर परियोजना ने देश में कोयला आधारित ऊर्जा से सस्ती सौर ऊर्जा उपलब्ध कराई है, जिसे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में केस स्टडी के रूप में पढ़ाया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि आगर-शाजापुर-नीमच में 1500 मेगावाट का सोलर पार्क निर्माणाधीन है और ओंकारेश्वर में 600 मेगावाट क्षमता की दुनिया की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर परियोजना विकसित की जा रही है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार 2025 तक सभी सरकारी भवनों पर सोलर रूफटॉप लगाने का लक्ष्य लेकर काम कर रही है। इसके अलावा, 15 हजार हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है, जहां 7500 मेगावाट सौर ऊर्जा और 3000 मेगावाट पवन ऊर्जा की स्थापना की जाएगी।
निवेशकों के साथ सीधी चर्चा, बड़े निवेश की उम्मीद
मीट के दौरान मुख्यमंत्री ने देशी-विदेशी निवेशकों के साथ वन-टू-वन बैठक कर प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा में निवेश को लेकर चर्चा की। प्रमुख कंपनियों जैसे विंड पावर एसोसिएशन, हीरो फ्यूचर एनर्जी, टॉरेंट पॉवर और रिन्यू पावर ने मध्यप्रदेश में निवेश की रुचि दिखाई।
विंड पावर एसोसिएशन ने सोलर पार्क की तर्ज पर विंड पार्क विकसित करने का प्रस्ताव दिया, जबकि अवाडा ग्रुप ने 5000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना प्रस्तुत की। टॉरेंट पॉवर ने पंप हाइड्रो स्टोरेज परियोजनाओं पर नीति शीघ्र जारी करने का अनुरोध किया। रिन्यू पावर ने भी 6000 करोड़ रुपये का निवेश करने में रुचि जताई।
इस बैठक में मुख्यमंत्री ने निवेशकों को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया और नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को अग्रणी राज्य बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
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