अनाज मंडी में दो लाख तक नकद राशि भुगतान के नियम का पालन हो
13 नवम्बर 2020, इंदौर। अनाज मंडी में दो लाख तक नकद राशि भुगतान के नियम का पालन हो – नियमानुसार अनाज मंडी में उपज बेचने के बाद किसानों को दो लाख रुपए तक का भुगतान नकद होना चाहिए, लेकिन मंडी के व्यापारी नकद के बजाय आरटीजीएस से भुगतान 4 -5 दिन में कर रहे हैं, इससे किसानों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस आशय की शिकायत का एक ज्ञापन भारतीय किसान एवं मजदूर सेना ने इंदौर मंडी सचिव श्री राजेश त्रिवेदी को सौंप कर किसानों को दो लाख तक राशि का नकद भुगतान किए जाने की मांग की गई।
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इस बारे में भारतीय किसान एवं मजदूर सेना के प्रदेशाध्यक्ष श्री बबलू जाधव ने कृषक जगत को बताया कि मंडी बोर्ड के आदेशानुसार कोई किसान यदि मंडी में अपनी उपज बेचता है तो दो लाख रुपए तक का नकद भुगतान करने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन इंदौर के व्यापारी नियम के विरुद्ध उसी दिन नकद राशि किसान को न देकर 4 -5 दिन में आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान कर रहे हैं, जबकि अभी किसानों को नकद की ज्यादा ज़रूरत है। खास बात यह है कि इंदौर को छोड़कर अन्य मंडियों में नकद भुगतान किया जा रहा है। इन दिनों रबी फसल की बोवनी का कार्य चल रहा है, खाद, बीज और डीजल आदि के लिए नकद की जरूरत रहती है। दीवाली त्यौहार भी आ रहा है। किसानों की इन्हीं परेशानियों को देखते हुए श्री राजेश त्रिवेदी मंडी सचिव, इंदौर को ज्ञापन देकर किसानों को दो लाख तक नकद भुगतान की मांग की गई है, अन्यथा किसानों को मजबूरन मंडी में नीलामी कार्य बंद करने को बाध्य होना पड़ेगा। ज्ञापन देते समय प्रदेशाध्यक्ष श्री बबलू जाधव के अलावा श्री चंदन सिंह बड़वाया, शैलेन्द्र पटेल और सोनू यादव उपस्थित थे। इस बारे में कृषि उपज मंडी समिति, इंदौर के सचिव श्री राजेश त्रिवेदी ने कृषक जगत को बताया कि इस संबंध में सभी व्यापारियों एवं मंडी प्रांगण प्रभारियों को पत्र लिखकर निर्देश दिए गए हैं कि किसानों को उनकी उपज बिक्री पर दो लाख तक नकद भुगतान करें । इसका पालन नहीं करने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।