वर्षा जल संचयन के लिए किसान भाई कुओं और नलकूपों को रिचार्ज करें: श्री शर्मा
किसान दीदी एवं मित्रों की कार्यशाला सम्पन्न
शाजापुर। किसान भाई वर्षा आने के पूर्व कुओं और नलकूपों को रिचार्ज करने हेतु संरचना बनाकर अधिक से अधिक वर्षा के जल को धरती में समाहित कराए। इससे धरती का भू-जल स्तर बढ़ेगा। यह बात कलेक्टर श्री राजीव शर्मा ने गत दिनों कलेक्ट्रेट में किसान दीदी एवं मित्रों की कार्यशाला में कही। उन्होंने कहा कि उनका यह संदेश गांव गांव में किसानों तक पहुंचाएं। इस अवसर पर कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजीव उमट, डॉ. जी.आर. अम्बावतिया, डॉ. एस.एस. धाकड़, उप संचालक कृषि श्री संजय दोशी, परियोजना संचालक आत्मा श्री आर.पी.एस. नायक सहित कृषि विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी व बड़ी संख्या में किसान मित्र एवं दीदी उपस्थित थीं। कलेक्टर श्री शर्मा ने किसान मित्र एवं दीदीयों से कहा कि वे किसानों को जल संचयन के लिए अधिक से अधिक वर्षा जल से कुओं और नलकूपों को रिचार्ज करने के लिए प्रेरित करें। इस मौके पर उन्होंने किसान मित्र एवं दीदीयों से कहा कि वे प्रतिदिन अधिक से अधिक मिट्टी परीक्षण के लिए किसानों के खेत से नमूने एकत्रित करें। वर्षा जल संचयन के लिए अधिक से अधिक खेत तालाब बनाने के लिए भी किसानों को प्रेरित करें। इस मौके पर उन्होंने मंगलाज के किसानों का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के आठ किसानों ने अपने खतो में वर्षा जल संग्रहण के लिए डबरियों का निर्माण किया है जिसकी लागत लगभग 8-8 लाख रूपये है।
इस मौके पर कृषि वैज्ञानिक डॉ. उमट ने किसानों को पौधों के लिए आवश्यक 19 तत्वों की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने कहा कि किसान भाई अपनी मिट्टी को पहचानकर आवश्यक तत्व खेतों में डाले। उन्होंने बताया कि यदि मिट्टी लवणीय हो तो जिप्सम और अम्लीय हो तो चूने का प्रयोग करें। इसके लिए उन्होंने किसानों को मिट्टी परीक्षण कराने की सलाह दी। इस मौके पर वैज्ञानिक डॉ. धाकड़ ने जीपीएस आधार पर मिट्टी परीक्षण के लिए नमूने एकत्र करने के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने नलकूपों और कुओं को रिचार्ज करने की विधि भी बताई। इस अवसर पर डॉ. अम्बावतिया ने सोयाबीन के स्थान पर दलहनी फसलों को प्राथमिकता देने का अनुरोध किया। उन्होंने कम समय में उत्पादन देने वाली दलहनी फसलों की प्रजाति के बारे में भी बताया साथ ही उन्होंने औषधी फसलों से होने वाले लाभ से भी अवगत कराया।
इस अवसर पर उप संचालक कृषि श्री दोशी ने विभागीय योजनाओं से अवगत कराया। परियोजना संचालक आत्मा श्री नायक ने उपस्थित किसान मित्रों एवं दीदीयों के प्रति आभार व्यक्त किया।