किसान का कमाल उन्नत तकनीकी द्वारा गेंहू का रिकॉर्ड उत्पादन
शाजापुर जिले के कालापीपल विकासखंड के खरगोनकला गांव के जयनारायण पाटीदार की आज पूरे क्षेत्र में जय-जय हो रही है। गेहूं में रिकार्ड उत्पादन उनके माथे पर सेहरा लगा गया है। 45 वर्षीय जयनारायण पाटीदार 12वीं तक शिक्षित हैं। आपके पास कुल 5 हेक्टेयर सिंचित जमीन है जिसमें दो हेक्टेयर में संतरे का बगीचा लगा हुआ है। श्री धाकड़ को कृषि महोत्सव 2014 में कृषि रथयात्रा के दौरान एवं कृषक संगोष्ठी में कृषि वैज्ञानिकों (डॉ एस.एस. धाकड़ एवं डॉ. राजीव उमट ) द्वारा उन्नत कृषि तकनीकी जानकारी एवं गेंहू की नवीन किस्म पूसा मंगल बताई गई। इस जाति के बीज को कृषक द्वारा कस्तूरबा ग्राम कृषि विज्ञान केन्द्र, इंदौर से क्रय किया गया। श्री पाटीदार ने खेत को अच्छी तरह तैयार कर 18 नवंबर 2014 में उचित समय पर सीड कम फर्टीलाइजर मशीन द्वारा 100 किलो/ हेक्टेयऱ बीज दर से बोया साथ ही 200 किलो/हेक्टेयर एनपीके (12:32:16), 50 किलो पोटाश/ हेक्टेयर एवं 25 किलो जिंक सल्फेट/हे. बोनी के समय उपयोग किया गया। बीज उपचार हेतु थायरम कार्बोक्सिन 2 ग्राम/ किलो तथा ट्राइकोडर्मा 5 ग्राम/ किलो $एजेटोवेक्टर 5 ग्राम/ किलो का उपयोग किया गया। प्रथम सिंचाई 21 दिन बाद ताज जड़ अवस्था में फव्वारा विधि द्वारा की गई। कृषक द्वारा 28 दिन की अवस्था में 2-4 डी खरपतवारनाशक दवा का उपयोग किया गया एवं दूसरी सिंचाई 40 दिनों तथा शेष सिंचाई बाद बार्डर स्ट्रिप विधि से की गई। प्रथम एवं द्वितीय सिंचाई के समय 100 किलो/हे. यूरिया का उपयोग किया गया। कुल पॉंच सिंचाई (प्रथम ताज जड़ अवस्था, द्वितीय कल्ले निकलने की अवस्था, तृतीय गभोट अवस्था, चतुर्थ दाने में दूध भरने वाली अवस्था एवं अंतिम सिंचाई दाना पकते समय की गई ) कृषक द्वारा 75 दिन की अवस्था पर 0-0-50 तरल पोटाश खाद का छिड़काव किया गया।
फसल की विभिन्न अवस्थाओं पर आत्मा, कृषि विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों के द्वारा अवलोकन किया गया साथ ही विधायक, शाजापुर श्री अरूण भीमावत, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री शिवनारायण पाटीदार एवं प्रगतिशील कृषक श्री शरद भंडावत द्वारा भ्रमण के दौरान फसल की स्थिति को देखकर सराहा गया। आत्मा कृषि विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों की टीम (डॉ जी. आर. अंबावतिया, आत्मा परियोजना संचालक श्री आर.पी. नायक, अनुविभागीय कृषि अधिकारी शुजालपुर श्री के .एस. केन ग्राकृविअ/वरिष्ठ कृविअ. श्री सूरज आसरी ) द्वारा भ्रमण किया गया। इनके द्वारा प्राप्त निर्देशों के द्वारा फसल कटाई राजस्व विभाग के (पटवारी एवं राजस्व निरीक्षक) तथा ग्राकृविअ/वरिष्ठ कृविअ. श्री सूरज आसरी ग्राम सरपंच एवं पॉंच कृषकों के समक्ष की गयी। 102.6 क्विं./हेक्टेयर उत्पादकता अंकित की गई।