मौसम और जलवायु के अनुकूल कृषि तकनीक को विकसित करें : डॉ. बिसेन
08 मार्च 2021, जबलपुर। मौसम और जलवायु के अनुकूल कृषि तकनीक को विकसित करें : डॉ. बिसेन – आत्मनिर्भर भारत और कृषकों की आय को दोगुनी करने के उद्देश्य से कृषि में हो रहे नित नये अनुसंधान और नायब तरीकों को अपनाने व किसानों तक पहुंचाने हेतु जनेकृविवि में बोरलॉग इंस्टीट्यूट फार साउथ एशिया (बीसा) एवं जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में एडवांस इन एग्रीकल्चरल टेक्नोलॉजी (आधुनिक कृषि तकनीक) पर 3 दिवसीय प्रशिक्षण एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि कुलपति डॉ. प्रदीप कुमार बिसेन ने आव्हान किया कि विश्वस्तर पर कृषि के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम अनुसंधान और जरूरी बदलाव से लगातार अपडेट रहें और भारतीय परिवेश में मौसम और जलवायु के अनुकूल कृषि तकनीक को विकसित कर किसानों तक पहुंचाकर कृषि को लाभ का धंधा बनाने सक्रिय और सार्थक भूमिका का निर्वहन करें।
पूर्व में नोडल अधिकारी डॉं. (श्रीमती) अर्चना पांडे ने आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। संचालक अनुसंधान सेवायें डॉ. पी.के. मिश्रा ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक, जनेकृविवि और किसानों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है जिनके माध्यम से किसानों तक कृषि की आधुनिक तकनीक और अद्यतन जानकारी आसानी से पहुंच रही।
इस मौके पर संचालक अनुसंधान सेवायें डॉ. पी.के. मिश्रा, संचालक विस्तार सेवायें डॉं. (श्रीमती) ओम गुप्ता, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् अटारी के निदेशक डॉ. एस. आर.के. सिंह, संयुक्त संचालक डॉ. दिनकर प्रसाद शर्मा, डॉ. (श्रीमती) अर्चना पांडे मंचासीन रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. शेखर सिंह बघेल एवं आभार प्रदर्शन डॉ. प्रमोद गुप्ता ने किया।