प्रतिबंध के बाद भी पराली जला रहे, सात सौ से अधिक किसानों पर जुर्माना
22 अप्रैल 2025, इंदौर: प्रतिबंध के बाद भी पराली जला रहे, सात सौ से अधिक किसानों पर जुर्माना – भले ही जिला प्रशासन द्वारा खेतों में पराली जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया हो बावजूद इसके कतिपय किसान मानते नहीं है। अभी तक ऐसे ही सात सौ से अधिक किसानों पर प्रशासन ने जुर्माना लगाया है। बता दें कि इंदौर सहित पूरे प्रदेश में पराली जलाने के मामले बढ़ रहे है।
हालात ये हो गए हैं कि राज्य अब पंजाब और हरियाणा को पीछे छोड़ चुका है। इस बढ़ते हुए प्रदूषण को देखते हुए इंदौर जिला प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है। किसानों पर तगड़ा जुर्माना लगाने के साथ खेत मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करना शुरू कर दिया है। दरअसल, जिला प्रशासन की तरफ से चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत अब तक 770 किसानों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। जिनसे 16 लाख 72 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया है। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि किसानों को लगातार समझाइश दी जा रही है कि वे खेतों में फसल अवशेष न जलाएं। इससे वातावरण को गंभीर नुकसान होता है। प्रशासन की ओर से ग्राम पंचायत स्तर पर संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। जिनमें किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान और कानूनी परिणामों की जानकारी दी जा रही है। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि जो किसान इसके बावजूद नियमों का उल्लंघन करेंगे उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जुर्माने से किसान परेशान
पराली जलाने के लिए सरकार के तरफ से लगाए जा रहे जुर्माने से किसान परेशान है। किसानों का कहना है कि पराली जलाना गलत है। लेकिन ऐसे मामले में जुर्माना सही नहीं है। इनकी मांग है कि कृषि विभाग के अधिकारियों निरीक्षण करना चाहिए। साथ ही पराली जलाने का वैकल्पिक रास्ता निकालना चाहिए।पश्चिमी मध्यप्रदेश के मालवा-निमाड़ अंचल में संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक रामस्वरूप मंत्री ने कहा,‘‘हम मानते हैं कि खेतों में पराली जलाना गलत है, लेकिन ऐसे मामलों में किसानों पर एकाएक मोटा जुर्माना लगा दिया जाना भी अनुचित है।’’उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा गांवों का दौरा किये जाने और पराली को नष्ट करने के लिए वैकल्पिक इंतजाम करने की मांग की।
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