महिको की मिर्च किस्में तीखेपन और उत्पादन दोनों में ज्यादा
इंदौर। पिछले दिनों कसरावद में सम्पन्न हुए मिर्च महोत्सव में महाराष्ट्र हाइब्रिड सीड्स कम्पनी प्रा.लि. (महिको) ने भी शिरकत की थी और अपना स्टॉल लगाया था। कम्पनी के सेन्ट्रल ज़ोन के रीजनल बिजनेस मैनेजर श्री समीर कुमार सिंह ने स्टॉल पर महिको की तीन मिर्च किस्मों की जानकारी दी।
महिको की हाइब्रिड तीन मिर्च किस्मों नवतेज, माही 453 और माही 456 की जानकारी देते हुए श्री सिंह ने बताया कि इन किस्मों में वायरस के प्रति ज्यादा सहनशीलता है। नवतेज की ताजी हरी मिर्च का वजन ज्यादा रहता है, हालांकि सूखी लाल मिर्च का भी वजन अच्छा रहता है। इसमें बीजों की संख्या अधिक रहती है। चमकदार लाल रंग होने से इसकी बाजार में कीमत भी अच्छी मिलती है। माही 456 किस्म की लम्बाई नवतेज की तुलना में कम है। इस हरी और लाल मिर्च में भी तीखापन खूब ऊँचा है। जबकि किस्म माही 453 की हरी और लाल मिर्च में तीखापन बहुत ज्यादा है। यह कम्पनी की एक्सपोर्ट क्वालिटी है। इस किस्म को लगाने वाले किसानों ने औसतन साढ़े तीन लाख रुपए प्रति एकड़ का मुनाफा कमाया है। इसका मिर्च उत्पादन 30 क्विंटल प्रति एकड़ तक हुआ है। उत्पादन मिट्टी और फर्टिलिटी पर निर्भर है। काली मिट्टी के साथ फर्टिलिटी के प्रबंधन से उत्पादन 5-10 क्विंटल/एकड़ बढ़ाया जा सकता है। आपने मिर्च महोत्सव के लिए सरकार को धन्यवाद दिया।