राज्य कृषि समाचार (State News)

मध्यप्रदेश में जल-वृष्टि के लिये मुख्यमंत्री ने महाकाल और रामराजा मंदिर में की प्रार्थना

05 सितम्बर 2023, उज्जैन/ओरछा: मध्यप्रदेश में जल-वृष्टि के लिये मुख्यमंत्री ने महाकाल और रामराजा मंदिर में की प्रार्थना – मध्यप्रदेश  में समुचित जल-वृष्टि के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन में भगवान श्री महाकालेश्वर मन्दिर में महारूद्र अनुष्ठान किया। अनुष्ठान में 1331 रूद्र पाठ किये गये। श्रावण-भादव माह में इस अनुष्ठान का अत्यधिक महत्व है। पं.घनश्याम पुजारी, पं.आशीष पुजारी, पं.यश-प्रदीप गुरू, पं.राधेश्याम शास्त्री, पं.लोकेश व्यास, पं.महेश पुजारी सहित कुल 66 पुजारियों ने महारूद्र अनुष्ठान सम्पन्न करवाया।

श्री रामराजा से की :मध्यप्रदेश में वर्षा के लिये प्रार्थना

साथ ही  मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने ओरछा में श्री रामराजा मंदिर परिसर में श्री रामराजा लोक का भूमि-पूजन किया और निर्माण कार्य की आधारशिला रखी। श्री चौहान ने कहा कि “उज्जैन बदल गया श्री महाकाल लोक से और अब ओरछा बदलेगा श्री राम राजा लोक से।” भगवान श्री राम की नगरी ओरछा में 81 करोड़ की लागत से श्री रामराजा मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र मिलाकर श्री राम राजा लोक का भव्य निर्माण होगा। उल्लेखनीय है कि निवाड़ी जिले में विश्व धरोहर ओरछा का प्रमुख केन्द्र श्री रामराजा मंदिर है। इसका निर्माण तत्कालीन बुन्देला शासकों ने किया था।

सूखे से डरने की जरूरत नहीं है

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लोगों का आहवान किया कि वे अपने-अपने गाँवों के मंदिरों में वर्षा के लिए ईश्वर से प्रार्थना करें। उन्होंने कहा कि प्रार्थना-पूजा के साथ ही हम कर्म भी करेंगे। वर्षा के अभाव में यदि कोई संकट आता है तो घबराने की जरूरत नहीं हैं। प्रदेश में बिजली की खपत बढ़ गई है, बांध नहीं भरे हैं, पर हम हर तरह के संकट से निपटने के लिए तैयार हैं। हमारी सरकार किसानों और सभी प्रदेशवासियों को हर तरह के संकट से पार निकाल ले जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अछरू माता का जयघोष कराते हुए कहा कि- “सूखे से डरने की जरूरत नहीं है – हम हर परिस्थिति का मिलकर सामना करेंगे”।

केन-बेतवा नदियों के जुड़ने से बुंदेलखण्ड के हर खेत को पानी मिलेगा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा‍कि लाड़ली बहना योजना से बहनों का आत्म-विश्वास और आत्म-सम्मान बढ़ा है। इस माह की 10 तारीख को बहनों के खातों में ग्वालियर से एक-एक हजार रूपए डाले जाएंगे। अक्टूबर माह से बहनों को प्रतिमाह 1250 रूपए उपलब्ध कराए जाएंगे। इस राशि को क्रमबद्ध रूप से तीन हजार रूपए तक बढ़ाया जाएगा। केन और बेतवा नदियों को जोड़ने की दिशा में कार्य जारी है। इस परियोजना से बुंदेलखंड के हर खेत को पानी मिलेगा।

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