स्टार्टअप्स के लिए कृषि विश्वविद्यालय की ‘‘ साकार ’’ और ‘‘ प्रेरणा’’ से मिलेगा 5 से 25 लाख का अनुदान
21 फरवरी 2022, जबलपुर । स्टार्टअप्स के लिए कृषि विश्वविद्यालय की ‘‘ साकार’’ और ‘‘ प्रेरणा ’’ से मिलेगा 5 से 25 लाख का अनुदान – जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय में चल रहा केन्द सरकार का ‘‘साकार और प्रेरणा’’ कार्यक्रम न्यू स्टार्टअप्स के लिये कृषि उद्यमिता के नये द्वार खोल रहा है। विश्वविद्यालय न्यू स्टार्टअप्स को ट्रेनिंग देकर पूरी तरह से कृषि व्यवसाय हेतु निपुण कर रहा है। इसमें चुने हुये युवाओं को प्रेरणा से 5 लाख और साकार से 25 लाख तक का अनुदान मिलता है, जो कि लोन नहीं है। जवाहर आर.ए.बी.आई. द्वारा पोषित स्टार्टअप के डायरेक्टर डाॅं. एस.बी. नहातकर ने बताया कि अब तक 86 नवोदित स्टार्ट-अप को तैयार किया गया, जिनमें से 23 को 2.075 करोड़ रूपये का अनुदान मिल चुका है।
इनके माध्यम से 500 से अधिक लोगो को रोजगार मिला है एवं 45 नए कृषि उत्पाद का सृजन किया गया है। अभी तक 1500 से अधिक कृषकों को ये स्टार्टअप्स सहायता प्रदान कर चुके हैं और इन सबका एवरेज टर्न ओवर रूपये 2 करोड़ 50 लाख तक का है।
कुलपति डाॅं. प्रदीप कुमार बिसेन बताते हैं यह प्रयास देश में कृषि और सम्बद्ध क्षेत्र में नवाचार और कृषि-उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देगा। युवाओं के लिये स्टार्टअप्स एक अच्छा कार्यक्रम है कृषि क्षेत्र में अगर युवाओं के द्वारा इस पर अच्छे से काम किया जाए तो अधिक से अधिक आय एवं रोजगार का सृजन किया जा सकता है। देष भर में कृषि क्षेत्र में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिये 29 एग्री बिजनेस इन्क्युवेषन सेंटर है। जिसमें मध्यप्रदेष में एक मात्र केन्द्र जनेकृविवि जबलपुर में स्थित है।
वे नौजावान जिनके पास भी कृषि संबंधित कोई नवाचार हो, वे कोई नवाचार आधारित व्यवसाय स्थापित करना चाहते हैं, उन्हें यहाॅं इन्क्युवेट किया जाता है यह कार्यक्रम कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत शासन द्वारा वित्त पोषित है जो कृषि क्षेत्र में उद्यमिता को बढ़ावा देने और किसानों की आय और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रहा है। यहाॅं कृषि क्षेत्र में नवाचार करने वालों को तकनीकी, मार्केट वा वित्तीय सहायता के साथ-साथ मार्गदर्षन तथा प्रषिक्षण दिया जाता है।
अनुभव – जनेकृविवि से प्रषिक्षित हेन एग्रो केयर प्राइवेटर लिमिटेड़ देहरादून, उत्तराखण्ड हिरेषा वर्मा जवाहर राबी से रूपये 16 लाख की वित्तीय सहायता प्राप्त महिला उद्यमी हिरेषा वर्मा अपने औषधीय मषरूम से संबंधित उत्पाद बना कर न सिर्फ देष में बल्कि विदेश में भी अपना नाम कमा रही हैं।
महत्वपूर्ण खबर: गोबर-धन बायो सीएनजी प्लांट का प्रधानमंत्री ने किया लोकार्पण