National News (राष्ट्रीय कृषि समाचार)

किसानों के पुरुषार्थ से बढ़ रहा है देश : श्री मोदी

Share
स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से बोले प्रधानमंत्री

17 अगस्त 2023, नई दिल्ली: किसानों के पुरुषार्थ से बढ़ रहा है देश : श्री मोदी – किसानों के पुरुषार्थ से देश कृषि क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। मुझे उन पर गर्व है, मैं उनका अभिनंदन करता हूं। यह किसान भाई-बहनों, श्रमिकों के सामथ्र्य का ही परिणाम है कि माँ भारती का भविष्य उज्जवल बनाने के लिए वे पूरी ताकत से जुटे हुए हैं। यह बात प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हुए कही।

उन्होंने गत वर्षों में क्रियान्वित की गई योजनाओं का हिसाब देते हुए कहा कि हमने पीएम किसान सम्मान निधि में ढाई लाख करोड़ रुपया सीधा किसानों के खाते में जमा किया है। जल जीवन मिशन के तहत दो लाख करोड़ रुपया खर्च किया है। आयुष्मान भारत योजना के तहत 70 हजार करोड़ रुपये लगाए हैं। पशुधन को बचाने के लिए करीब-करीब 15 हजार करोड़ रुपया पशुधन के टीकाकरण के लिए लगाया है। सरकार10 लाख करोड़ रुपया किसानों को यूरिया में सब्सिडी दे रही है। मुद्रा योजना के तहत 20 लाख करोड़ रुपए और उससे भी ज्यादा देश के नौजवानों को स्वरोजगार के लिए दिए हैं। 8 करोड़ लोगों ने नया कारोबार शुरू किया है।

श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय बनाया ताकि एक-एक देशवासियों को पीने का शुद्ध पानी पहुंचे। आज करीब 75 हजार अमृत सरोवर का निर्माण हो रहा है। जनशक्ति और जलशक्ति की यह ताकत भारत के पर्यावरण की रक्षा में भी काम आने वाली है। 18 हजार गांवों तक बिजली पहुंचाना, बैंक खाते खोलना, बेटियों के लिए शौचालय बनाना सारे टारगेट समय के पहलेे पूरे करेगा।

प्रधानमंत्री कहा कि मत्स्य पालन हमारा इतना बड़ा समुद्री तट, कोटि-कोटि मछुआरे भाई-बहन उनका कल्याण भी हमारे दिलों में है और इसलिए हमने अलग से मत्स्य पालन, पशुपालन, डेरी को लेकर अलग मंत्रालय की रचना की ताकि समाज के जिस वर्ग के लोग पीछे रह गए उनको हम साथ दे।

श्री मोदी ने कहा कि 10 साल पहले राज्यों को 30 लाख करोड़ रूपये भारत सरकार की तरफ से जाते थे। पिछले 9 साल में ये आंकड़ा 100 लाख करोड़ पर पहुंचा है। पहले स्थानीय निकाय के विकास के लिए भारत सरकार के खजाने से 70 हजार करोड़ रूपया जाता था, आज वो 3 लाख करोड़ से भी ज्यादा जा रहा है। पहले गरीबों के घर बनाने के लिए 90 हजार करोड़ रूपया खर्च होता था आज वो 4 गुना होकर 4 लाख करोड़ से भी ज्यादा खर्च गरीबों के घर बनाने के लिए हो रहा है। उन्होंने कहा कि इन सारे प्रयासों का परिणाम है कि 5 साल में साढ़े 13 करोड़ गरीब भाई-बहन गरीबी की जंजीरों को तोड़ कर न्यू मिडिल क्लास के रूप में बाहर आए हैं।

प्रधानमंत्री कहा कि हमारे सुनार हों, राजमिस्त्री हों, कपड़े धोने का काम करने वाले लोग हों, बाल काटने वाले भाई-बहन परिवार हों, ऐसे लोगों को एक नई ताकत देने के लिए आने वाले महीने में विश्वकर्मा जयन्ती पर विश्वकर्मा योजना लॉन्च करेंगे और करीब 13-15 हजार करोड़ रुपये से उसका प्रारंभ करेंगे। देश सफलता के साथ आगे चल रहा है। देश में रेल आधुनिक हो रही है, तो वंदे भारत, बुलेट ट्रेन भी आज देश के अंदर काम कर रही है। गांव-गांव पक्की सड़कें बन रही है तो इलेक्ट्रिक बसें, मेट्रो की रचना भी आज देश में हो रहीे हैं। गांव-गांव तक इंटरनेट पहुंच रहा है तो दूसरी तरफ जैविक खेती पर भी हम बल दे रहे हैं।

प्रधानमंत्री कहा कि आज 10 करोड़ महिलाएं महिला स्व – सहायता समूह में जुड़ी हुई हैं और महिला स्व – सहायता समूह के साथ आप गांव में जाएंगे तो आपको बैंक वाली दीदी, आंगनबाड़ी वाली दीदी, दवाई देने वाली दीदी मिलेगी और अब मेरा सपना है, 2 करोड़ लखपति दीदी बनाने का। उन्होंने कहा गांव की महिलाओं का सामथ्र्य देखता हूं इसलिए मैं नई योजना सोच रहा हूँ कि कृषि सेक्टर में टेक्नोलॉजी आए, एग्रीटेक को बल मिले, इसलिए महिला स्व – सहायता समूह की बहनों को हम ट्रेनिंग देंगे। ड्रोन चलाने की, ड्रोन रिपेयर करने की ट्रेनिंग देंगे और हजारों ऐसे महिला स्व – सहायता समूह को भारत सरकार ड्रोन देगी, ट्रेनिंग देगी और एग्रीकल्चर के काम में ड्रोन की सेवाएं उपलब्ध हों, इसके लिए शुरूआत करेंगे, प्रारंभ में 15 हजार महिला स्व – सहायता समूह के द्वारा ड्रोन की उड़ान का आरंभ करेंगे।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्राम )

Share
Advertisements