ग्रामीण समाचार@ 5.00 PM: गेहूं की किस्मे I कपास फसल I धान उपज I कद्दू की खेती I खरीफ बोनी
नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक ग्राम की 10 बड़ी खबरें…
1.100 गोदामों में कीटग्रस्त गेहूं पर कार्रवाई: खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के सख्त निर्देश
रबी उपार्जन वर्ष 2024-25 के दौरान लगभग 100 गोदामों में भण्डारित गेहूं कीटग्रस्त और अपग्रेडेबल पाए जाने के मामले में खाद्य मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने कड़ा रुख अपनाया है। मंत्री ने दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। पूरी खबर पढ़े….
2.भारतीय किसान संघ: प्रधानमंत्री द्वारा 109 प्रकार की उच्च उपज देने वाली फसलों की किस्मों का स्वागत करते हुए, जीएम की चिंता व्यक्त
देश के सबसे बड़े किसान संगठन भारतीय किसान संघ ने प्रधानमंत्री द्वारा 109 प्रकार की उच्च उपज देने वाली फसलों की किस्मों के जारी किये जाने का स्वागत किया है। किसान संघ के अनुसार, ये बीज आगे चलकर अपना कतृत्व दिखायेंगे और किसानों के लिए लाभकारी साबित होंगे। पूरी खबर पढ़े….
3.राजस्थान में कृषि संकाय चुनने पर बेटियों को 15-40 हजार की प्रोत्साहन राशि, 19 हजार से अधिक को मिला लाभ
राजस्थान में बेटियों के सशक्तिकरण के लिए कृषि क्षेत्र में सरकार की ओर से कदम उठाए जा रहे हैं। कृषि संकाय में अध्ययनरत छात्राओं के लिए सरकार की प्रोत्साहन योजना से 19,662 से अधिक छात्राएं लाभान्वित हो चुकी हैं। इस योजना का उद्देश्य बालिकाओं को कृषि के क्षेत्र में उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करना और उनके करियर को मजबूती प्रदान करना है। पूरी खबर पढ़े….
4.कपास किसानों के लिए नया अवसर
भारत में कपास के किसानों के लिए सतर्क रहने की जरूरत है। उन्हें नए अवसर के लिए तैयार रहना चाहिए क्योंकि दुनिया के सबसे बड़े कपास उत्पादकों के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण कपास की कीमत में गिरावट आई है, जबकि लागत के प्रति सजग खरीदार सस्ते कपड़ों से बने कपड़े चाहते हैं। इस महीने आईसीई कपास (वह कपास जो विशेष तरह से उगाया जाता है ताकि इससे बनने वाले कपड़े ठंडक दें) की कीमतों में गिरावट आई है I पूरी खबर पढ़े….
5.गेहूं की दो किस्मों एचआई – 1665 और एचआई – 8840 की विशेषताएं
गत 11 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा आईएआरआई-नई दिल्ली में विभिन्न फसलों की 109 नई जारी किस्मों का राष्ट्र के सामने अनावरण किया गया । इन 109 किस्मों में से केवल दो गेहूं की किस्में हैं। गेहूं की ये दोनों किस्में डॉ. जेबी सिंह, प्रमुख और प्रधान वैज्ञानिक, आईसीएआर – भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केंद्र , इंदौर (एमपी) द्वारा विकसित की गई हैं। पूरी खबर पढ़े….
6.धानुका माईकोर खाद ने बढ़ाई धान की उपज
ग्राम सुल्तानगर, तहसील बाड़ी, जिला रायसेन निवासी सुनील तिवारी का कहना है कि उनका मुख्य व्यवसाय कृषि है। उनके पास लगभग 40 एकड़ जमीन है जिसमें वे धान की खेती करते हैं। उनका कहना है कि वे पिछले चार वर्षों से फसल में धानुका कंपनी का माईकोर खाद 4 किलो प्रति एकड़ की दर से उपयोग कर रहे हैं। इस बार भी अपनी फसल में माईकोर खाद का उपयोग करेंगे। पूरी खबर पढ़े….
7.प्रदेश में खरीफ बोनी 143 लाख हे. से अधिक
प्रदेश में अब तक राज्य की प्रमुख फसल धान एवं सोयाबीन की बोनी लक्ष्य के विरुद्ध 95 फीसदी पूरी हो गई है। अब तक 53.48 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन बोई गई है, जबकि गत वर्ष समान अवधि में 53.19 लाख हेक्टेयर में हुई थी। जबकि लक्ष्य 55.74 लाख हेक्टेयर रखा गया है। वहीं राज्य में अब तक कुल खरीफ बोनी 143.72 लाख हेक्टेयर में हुई है जो लक्ष्य के विरुद्ध लगभग 96.7 फीसदी है। गत वर्ष इस अवधि में फसल की बुवाई 142.25 लाख हेक्टेयर में हुई थी। पूरी खबर पढ़े….
8.उच्च उपज वाली फसलों की नई किस्में: पीएम मोदी की पहल से कृषि में सुधार की संभावना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद में उच्च उपज वाली फसलों की 109 नई किस्मों को लॉन्च किया। इन उन्नत किस्मों के प्रयोग से किसानों को प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी और उनकी आमदनी में भी वृद्धि होने की उम्मीद है। पूरी खबर पढ़े….
9.कद्दू वर्गीय सब्जियों की खेती: अधिक उपज के लिए ये सुझाव अपनाएं
खरीफ का मौसम कद्दू वर्गीय सब्जियों जैसे करेला, खीरा, तोरी, लौकी आदि की खेती के लिए सबसे उपयुक्त होता है। ये सब्जियां न सिर्फ हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं बल्कि किसानों की आय का भी अच्छा स्रोत हैं। खरीफ के मौसम में इनकी खेती करने के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है। पूरी खबर पढ़े….
10.बैगन की खेती ने बदली संजीव की किस्मत, अब 5 लाख की शुद्ध कमाई
भारत सरकार की किसान हितैषी योजनाओं को अपनाकर ग्वालियर जिले के भितरवार विकासखंड के ग्राम गोहिंदा के प्रगतिशील किसान संजीव ने पाई आर्थिक सफलता। पारंपरिक धान की खेती से उम्मीद के मुताबिक आमदनी नहीं होने पर संजीव ने उद्यानिकी खेती की ओर कदम बढ़ाया और आज उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल चुकी है। पूरी खबर पढ़े….