देश में गेहूं की बुवाई पिछड़ी
अब तक रबी बोनी 506 लाख हेक्टेयर में हुई
14 दिसंबर 2021, नई दिल्ली । देश में गेहूं की बुवाई पिछड़ी – चालू रबी सीजन में गेहूं की बुवाई पिछड़ रही है। अब तक 242 लाख हेक्टेयर में गेहूं बोया गया है जबकि गत वर्ष इस समय तक 254 लाख हेक्टेयर में बोनी हो गई थी। इस प्रकार गत वर्ष की तुलना में लगभग 12 लाख हेक्टेयर की कमी बनी हुई है। वहीं रबी की कुल बुवाई 506 लाख हेक्टेयर में हो गई है जो गत वर्ष इस अवधि में 503 लाख हेक्टेयर हुई थी। देश में तिलहनी फसलों का रकबा निर्धारित लक्ष्य को पार कर गया है। अब तक लक्ष्य से 11 लाख हेक्टेयर अधिक रकबे में बोनी हो गई है। वहीं दलहनी फसलों की बुवाई गत वर्ष के समान चल रही है।
कृषि मंत्रालय भारत सरकार के मुताबिक अब तक 242.05 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई हो गई है। जबकि लक्ष्य 303.6 लाख हे. रखा गया है। गत वर्ष इस अवधि में गेहूं 254.70 लाख हेक्टेयर में बोया गया था। इस प्रकार लगभग 12.65 लाख हेक्टेयर कम क्षेत्र में गेहूं की बुवाई हुई है। वहीं धान की बोनी अब तक 10.89 लाख हेक्टेयर में हो गई है।
देश में तिलहनी फसलों का रकबा तेजी से बढ़ रहा है। 77.38 लाख हेक्टेयर की तुलना में अब तक 88.50 लाख हेक्टेयर में तिलहनी फसलें बोयी जा चुकी हैं जो गत वर्ष की तुलना में लगभग 16.37 लाख हेक्टेयर से अधिक है क्योंकि गत वर्ष अब तक 72.13 लाख हेक्टेयर में तिलहनी फसलें बोयी गई थीं। देश की प्रमुख तिलहनी फसल सरसों की बुवाई गत वर्ष की तुलना में लगभग 15.69 लाख हेक्टेयर अधिक है। अभी तक 81.66 लाख हे. में सरसों की बुवाई हो गई है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में 65.97 लाख हेक्टेयर में सरसों बोई गई थी। वहीं मोटे अनाजों की बुवाई 35.46 लाख हेक्टेयर में कर ली गई है।
देश में दलहनी फसलों की बुवाई अब तक 129.74 लाख हेक्टेयर में हुई है। इसमें चने की बुवाई गत वर्ष की तुलना में लगभग 2.22 लाख हेक्टेयर अधिक है।
गत वर्ष 90.68 लाख हे. में बोनी हो गई थी। जबकि इस वर्ष अब तक 92.89 लाख हेक्टेयर में बोनी हो गई है। चने का सामान्य क्षेत्र 95.66 लाख हे. है। इसी प्रकार मटर की बोनी 8.60 लाख हेक्टेयर में एवं मसूर की बोनी 14.89 लाख हेक्टेयर में हुई है।