राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

ग्रामीण समाचार@ 5.00 PM: बजट किसानों को राहत I सौर ऊर्जा I चावल खरीददारी I सोयाबीन फसल I जल शक्ति अभियान

नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक ग्राम की 10 बड़ी खबरें…

1.बजट 2024-25 में ग्रामीण भारत के लिए क्या है! बजट का कितना प्रतिशत ग्रामीण भारत तक पहुंचेगा?

जुलाई 2024 में पेश किए जाने वाले वित्त वर्ष 2024-25 के केंद्रीय बजट में ग्रामीण-कृषि क्षेत्र पर सरकार के निरंतर फोकस पर प्रकाश डाला गया है, जिसमें 6.2 ट्रिलियन रुपये आवंटित किए गए हैं, जो कुल 48.2 ट्रिलियन बजट का 13 प्रतिशत है। ICRIER के पूर्वी थंगराज और अशोक गुलाटी द्वारा लिखित यह नीति संक्षिप्त विवरण इन आवंटनों की आलोचनात्मक जांच करता है, तथा ग्रामीण भारत और इसकी कृषि अर्थव्यवस्था के सामने आने वाली लगातार चुनौतियों का समाधान करने में उनकी प्रभावशीलता पर सवाल उठाता है। पूरी खबर पढ़े….

2.सौर ऊर्जा: अधिक सब्सिडी और बिल भी न्यूनतम

जलवायु परिवर्तन, औद्योगिकीकरण, कांक्रीट से बनने वाले भवनों और सड़कें तथा कम होती हरियाली के कारण गरमी का प्रकोप बढ़ रहा है। इस साल गरमी के दिनों में तापमान बढ़ने के रिकार्ड भी बने हैं। गरमी के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो जाता है। ऐसे में पंखे. ए.सी. और कूलर ही एकमात्र सहारा रहता है। यदि गरमी के मौसम में बिजली बंद हो जाये तो दिन रात काटना मुश्किल हो जाता है।कहा जाता है.. बिन पानी सब सून… अब.. बिन बिजली सब सून कहें तो यह अतिशयोक्ति नहीं है। पूरी खबर पढ़े….

3.फसल की पूर्ण उपज क्षमता प्राप्त करने के लिए मॅकेरीना के कितने छिड़काव की आवश्यकता होती है?

सोयाबीन, दालें, गेहूं, मूंगफली, जीरा, फूल वाली फसलों पर सर्वोत्तम परिणामों के लिए मॅकेरीना के दो स्प्रे की आवश्यकता होती है। उत्पाद का उपयोग करना आसान है क्योंकि इसे एक ही टैंक में विभिन्न कृषि रसायनों के साथ मिलाया जा सकता है। सोयाबीन, मूंगफली, दालें, गेहूं, जीरा और फूल वाली फसलों के लिए मॅकेरीना की डोज़ 250 मिली/एकड़ है। सब्जियों के लिए 350 मिली/एकड़ की डोज़ की आवश्यकता होती है। पूरी खबर पढ़े….

4.मोदी सरकार का बड़ा फैसला: राज्य 2,800 रुपये प्रति क्विंटल में चावल खरीदें, जानें राज्यों को मिलने वाले फायदे

केंद्र सरकार ने अनाज की कमी से जूझ रहे राज्यों के लिए बड़ी राहत की घोषणा की है। केंद्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी ने आज कहा कि 1 अगस्त 2024 से राज्य बिना ई-नीलामी में भाग लिए खुला बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस [डी]) के तहत भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) से सीधे 2,800 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर चावल खरीद सकते हैं। यह निर्णय स्टॉक के विशाल अधिशेष को कम करने के लिए लिया गया है। पूरी खबर पढ़े….

5.जल संकट का कहर: कृषि पर मंडराता खतरा

भारत में जल संकट की गंभीरता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। कृषि, जो देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, इस समस्या से सर्वाधिक प्रभावित हो रही है। पीने के पानी की कमी के साथ-साथ सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता में कमी किसानों को मुश्किलों में डाल रही है। पूरी खबर पढ़े….

6.मिशन नवशक्ति: सीतापुर में महिलाओं ने मछली पालन और एक्वेरियम बिजनेस में रचा नया आयाम

उत्तर प्रदेश के केवीके कटिया में मिशन नवशक्ति के तहत एक महत्वपूर्ण इंटरैक्टिव बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें मछुआरे, मछली किसान, ग्रामीण एसएचजी महिलाएं और ओजोन फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन जैसे विभिन्न हितधारकों ने भाग लिया। यह बैठक एससीएसपी परियोजना के अंतर्गत आयोजित की गई थी, जिसका उद्देश्य मत्स्य पालन क्षेत्र में नवाचार और आजीविका संवर्धन को बढ़ावा देना था। पूरी खबर पढ़े….

7.जल शक्ति अभियान में हरियाणा का जलवा: देश में दूसरा स्थान, 65,000 से अधिक वर्षा जल संरक्षण संरचनाएं बनीं

हरियाणा के मुख्य सचिव श्री टी.वी.एस.एन. प्रसाद ने ‘जल शक्ति अभियान: कैच द रेन-2024’ की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए बताया कि हरियाणा ने जल शक्ति अभियान-2023 के क्रियान्वयन में देशभर में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इस अभियान का नेतृत्व केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय कर रहा है। पूरी खबर पढ़े….

8.राजस्थान में मूंगफली की फसल को टिक्का रोग और सफेद लट से बचाने के लिए अपनाएं ये उपाय – किसानों के लिए खास सलाह

राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने फसलों को रोगमुक्त करने के लिए किसानों से जुड़े विभागों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। खरीफ फसल के मौसम में मूंगफली राज्य की मुख्य तिलहनी फसल है, जिसे टिक्का रोग (पत्ती धब्बा), पीलिया रोग, और सफेद लट कीट जैसे खतरों से बचाने के लिए विशेषज्ञों ने कुछ खास सुझाव दिए हैं। पूरी खबर पढ़े….

9.आंवला की उन्नत खेती

 आंवला का फल विटामिन ‘सी’ का प्रमुख स्त्रोत है। औषधीय गुणों से भरपूर आंवला एक बहुपयोगी प्राचीनतम फल है। इसके गुणों का वर्णन चरक संहिता, सश्रुत संहिता, कादम्बरी, रामायण आदि अनेक ग्रन्थों में मिलता है। आयुर्वेद में आंवले को महत्वपूर्ण स्थान देते हुए अमृत फल कहा गया है। आंवला के 100 ग्राम खाद्य भाग में 600 मिलीग्राम विटामिन ‘सी’ पाया जाता है। इसके अतिरिक्त प्रोटीन, कार्बाेहाइड्रेट तथा खनिज लवण भी इसमें प्रचुर मात्रा में पाये जाते है। आंवले के सेवन से शरीर में जीर्ण होने की प्रक्रिया मंद हो जाती है स्कर्वी, दांत एवं मसूड़ों, हड्डी, आंख व उदर के अनेक रोगों में लाभदायक है। पूरी खबर पढ़े….

10.केन्द्रीय बजट और किसान

“कृशिरेव महालक्ष्मी अर्थात कुशि ही सबसे बड़ी लक्ष्मी है। भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ कृशि कहलाती है। भारत विकास ीिल दे है, जिसे विकसित बनाने के लिए केन्द्रीय बजट को नींव कहा गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था का वि व में पाचवा क्रम है, जिसे तीसरे क्रम पर लाने का जिक्र बजट में किया गया है। वर्श 2023-24 में भारत की विकास दर 7.1 प्रतिात होने का अनुमान लगाया गया है। वर्श 2024-25 के बजट में कृशि के लिए 7637 करोड़ रुपये की वृध्दि की गई है, जिससे वर्श 2024-25 में कृशि का बजट 151851 करोड़ रुपये हो गया है। कृशि को लाभकारी व्यवसाय बनाने के लिए वर्श 2024-25 के बजट में विभिन्न प्रवधान किये गये है,  पूरी खबर पढ़े….

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