कृषक जगत समाचार@ 5.00 PM: कीटनाशक I मानसून I ट्रैक्टर, हार्वेस्टर I सोया कॉन्क्लेव 2025 I गेहूं उपार्जन
23 मई 2025, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें….
1. पंजाब सरकार ने बासमती धान पर 11 कीटनाशकों के उपयोग पर लगाई अस्थायी रोक, 1 अगस्त से 60 दिनों तक रहेगा प्रभावी
पंजाब सरकार ने बासमती चावल की गुणवत्ता को बनाए रखने और अंतरराष्ट्रीय निर्यात बाधाओं से बचने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। राज्य सरकार ने 11 कीटनाशकों की बिक्री, वितरण और उपयोग पर 60 दिनों की अस्थायी रोक लगाने का आदेश जारी किया है। यह रोक 1 अगस्त 2025 से प्रभाव में आएगी और 30 सितंबर 2025 तक लागू रहेगी। पूरी खबर पढ़े….
2. 25 मई से विदिशा से शुरू होगी केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की पदयात्रा
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 25 मई से अपने संसदीय क्षेत्र विदिशा में एक ऐतिहासिक पदयात्रा की शुरुआत करने जा रहे हैं। यह यात्रा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर और विकसित भारत के संकल्प को गांव-गांव तक पहुँचाने और केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। पूरी खबर पढ़े….
3. मध्य प्रदेश में 12 से 15 जून तक मानसून पहुंचने की संभावना
देश में लू की मार झेल रहे लोगों एव किसानों के लिए राहत भरी खबर है। इस बार केरल में समय से पहले मानसून की दस्तक होगी। इसके बाद मध्य प्रदेश समेत देश के अन्य राज्यों में मानसून प्रवेश करेगा। मौसम विभाग के अनुसार, इस बार दक्षिण पश्चिमी मानसून 27 मई को केरल पहुंच सकता है। इसके बाद अपने तय रास्ते से पूर्वोत्तर की ओर बढ़ेगा। मध्य प्रदेश में आमतौर पर मानसून की दस्तक 15 जून के आसपास हो जाती है। पूरी खबर पढ़े….
4. कृषि वैज्ञानिक किसानों के पास पहुंचेंगे और देंगे महत्वपूर्ण जानकारियां
देश के कृषि वैज्ञानिक किसानों के पास जाकर महत्वपूर्ण जानकारियां देंगे। दरअसल 29 मई से विकसित कृषि संकल्प अभियान की शुरुआत हो रही है और इस दौरान वैज्ञानिकों की टीम गांवों में पहुंचकर बताएगी कि संबंधित गांवों की जलवायु, मिट्टी की गुणवत्ता, पानी की उपलब्धता आदि क्या है। पूरी खबर पढ़े….
5. ट्रैक्टर और हार्वेस्टर की टेस्टिंग अब होगी देसी ज़मीन पर, हिसार संस्थान को मिली मंजूरी
उत्तरी क्षेत्र फार्म मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान (NRFMTTI), हिसार (हरियाणा) को कृषि
ट्रैक्टरों और कंबाइन हार्वेस्टरों के लिए केंद्रीय मोटर वाहन नियम (CMVR) परीक्षण की मंजूरी मिली है। इसके साथ ही संस्थान को राष्ट्रीय परीक्षण और अंशांकन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (NABL) से भी मान्यता प्राप्त हुई है। पूरी खबर पढ़े….
6.इंदौर में आयोजित होगा 8वां अंतरराष्ट्रीय सोया कॉन्क्लेव 2025
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SOPA) ने अपने प्रमुख वार्षिक कार्यक्रम – अंतरराष्ट्रीय सोया कॉन्क्लेव 2025 – की घोषणा कर दी है, जो इस वर्ष 8 और 9 अक्टूबर 2025 को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर, इंदौर में आयोजित किया जाएगा।सोया मूल्य श्रृंखला से जुड़े सभी हितधारकों के लिए यह कार्यक्रम हर वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, और इस वर्ष इसका आयोजन एक नए दृष्टिकोण के साथ किया जा रहा है। पूरी खबर पढ़े….
7. 9 लाख किसानों से 77 लाख 75 हजार मीट्रिक टन गेहूं का उपार्जन किया गया
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा किसानों के हित में न्यूनतम समर्थन मूल्य के अतिरिक्त 175 रुपये प्रति क्विंटल बोनस की घोषणा के परिणाम स्वरूप रबी विपणन वर्ष 2025-26 में लगभग 9 लाख किसानों से 77 लाख 75 हजार मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि गत वर्ष 48 लाख 38 हजार मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन हुआ था। पूरी खबर पढ़े….
8. नई किस्म- कोकिला-33 धान, कम लागत में अधिक लाभ दिलाने में सक्षम
कृषि वैज्ञानिकों ने धान की नई किस्म का विकास किया है और इसका नाम है कोकिला-33 धान। वैज्ञानिकों का यह कहना है कि इसकी बोनी में लागत कम आती है लेकिन इसकी खेती अधिक लाभ दिलाने में सक्षम है। ये किस्म न केवल जल की कम खपत करती हैं, बल्कि रोगों के प्रति भी इनकी प्रतिरोधक क्षमता अत्यधिक मजबूत होती है पूरी खबर पढ़े….
9. प्रदेश में 88 प्रतिशत हुई मूंग की बोनी
राज्य में इस वर्ष 13 लाख 47 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में जायद फसलें लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसके विरुद्ध अब तक 12 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में बोनी हो गई है जो लक्ष्य के विरुद्ध 89 फीसदी है। वहीं चालू जायद वर्ष 2025 में लगभग 11 लाख 59 हजार हेक्टेयर में मूंग लेने का लक्ष्य रखा गया है इसके विरुद्ध 16 मई तक 10 लाख 21 हजार हेक्टेयर में मूंग की बोनी हो गई है। पूरी खबर पढ़े….
10. मक्का की ओर बढ़ता रुझान सोयाबीन, कॉटन होता कम
ध्य प्रदेश के किसानों की पसंद में बदलाव आ रहा है, जिसमें सोयाबीन और कपास का रकबा कम होने की संभावना है, जबकि मक्का का रकबा बढ़ेगा। यह बदलाव किसानों की आर्थिक स्थिति और बाजार की मांग के अनुसार हो रहा है। किसानों का कहना है कि सोयाबीन और कपास की खेती में लागत अधिक आती है और मुनाफा कम होता है, पूरी खबर पढ़े….