कृषक जगत समाचार@ 5.00 PM: ऑपरेशन सिंदूर I बासमती चावल I दलहन-तिलहन I कपास खेती I पशुपालन विभाग I अनाज भंडारण I चीनी MSP
10 मई 2025, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें….
1. बासमती चावल की कीमतों में तेजी, भारत-पाक तनाव का असर
पिछले दो हफ्तों में बासमती चावल की कीमतों में 10% तक का उछाल देखा गया है, जिसने छह महीने से अधिक समय से जारी गिरावट को रोक दिया है. भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण पश्चिम एशियाई खरीदारों ने भारत से खरीदारी बढ़ा दी है. पूरी खबर पढ़े….
2. Operation Sindoor: भारत के पास पर्याप्त खाद्य भंडार, कोई कमी नहीं- शिवराज सिंह चौहान
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंचने के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में देशवासियों को भरोसा दिलाया कि भारत की खाद्य सुरक्षा किसी भी सूरत में खतरे में नहीं है। उन्होंने कहा, “कृषि विभाग के रूप में हमारी जिम्मेदारी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है। हमारे गोदाम गेहूं, चावल और अन्य अनाजों से भरे हुए हैं। देशवासियों को बिल्कुल भी घबराने की जरूरत नहीं है।” पूरी खबर पढ़े….
3. कृषि मंत्री की ICAR संग बड़ी बैठक, बढ़ेगी दलहन-तिलहन पैदावार
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते 29 अप्रैल को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भाकृअनुप) के महानिदेशक और उप-महानिदेशकों के साथ नई दिल्ली के पूसा परिसर में एक लंबी बैठक की। इस बैठक का मकसद कृषि अनुसंधान को मजबूत करना, नवाचार को बढ़ावा देना और मौजूदा योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करना था। पूरी खबर पढ़े….
4. केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने किया कृषकों से संवाद
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर हैं। दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को उन्होंने ऋषिकेश के आइडीपीएल मैदान में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत लखपति दीदी एवं प्रगतिशील कृषकों के साथ आयोजित संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। पूरी खबर पढ़े….
5. खरीफ 2024 में खाद्यान्न उत्पादन में 6.81 प्रतिशत की वृद्धि, चावल, मक्का, ज्वार फसलों में उच्च उत्पादन-केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 8 मई को हुए राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन-खरीफ 2025 अभियान में पत्रकारों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने खरीफ की बुआई पूर्व कृषि मंत्रालय की तैयारियों व रणनीतियों के बारे में जानकारी दी। पूरी खबर पढ़े….
6. कपास की खेती: 2025 में आधुनिक तकनीकों से बढ़ता उत्पादन
कपास, जिसे “सफेद सोना” के नाम से भी जाना जाता है, भारत की सबसे महत्वपूर्ण नकदी फसलों में से एक है। यह न केवल कृषि अर्थव्यवस्था का आधार है, बल्कि सूती वस्त्र उद्योग के लिए भी मुख्य कच्चा माल प्रदान करता है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कपास उत्पादक देश है, जो वैश्विक कपास उत्पादन का लगभग 25% हिस्सा देता है। यह फसल 60 लाख से अधिक किसानों को रोजगार देती है पूरी खबर पढ़े….
7. अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष और भारत के किसान
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2024 में वर्ष 2025 को अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया था। प्रस्ताव में सहकारिता वर्ष मनाने के लिए अनुशंसाएं दी गई हैं और सभी सदस्य देश संयुक्त राष्ट्र संबंधित हितधारकों को इस आयोजन का उपयोग सामाजिक और आर्थिक विकास में सहकारी समितियां के योगदान को उजागर करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। पूरी खबर पढ़े….
8. बढ़ती लागत से जूझ रहा चीनी उद्योग, MSP बढ़ाने की कर रहा पुरज़ोर मांग
केंद्र सरकार ने 2025-26 पेराई सीजन के लिए गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) में 15 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि को मंजूरी दी है. इस बढ़ोतरी के बाद गन्ने का नया FRP 340 रुपये से बढ़कर 355 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है, जो 10.25% चीनी रिकवरी दर पर आधारित है. चीनी उद्योग ने इस कदम का स्वागत किया है. पूरी खबर पढ़े….
9. किसानों के लिए तकनीकी सलाह: कटाई के बाद अनाज भंडारण के लिए अपनाएं ये सुरक्षित उपाय
IARI की तकनीकी सलाह के अनुसार, किसान कटाई के बाद अनाज को सुरक्षित रखने के लिए विशेष सावधानी बरतें। सबसे पहले अनाज को अच्छी तरह साफ करें और फिर उसे अधिकतम 12% नमी स्तर तक सुखाएं। यह प्रक्रिया फफूंदी और कीट संक्रमण से बचाने में मदद करती है। भंडारण से पहले गोदामों की पूरी तरह से सफाई करें और पिछले मौसम के अनाज या अन्य पदार्थ हटा दें। पूरी खबर पढ़े….
10. पशुपालन विभाग की योजनाओं का करें बेहतर क्रियान्वयन- कलेक्टर
कलेक्टर श्री हर्षल पंचोली ने कहा है कि पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा संचालित प्रत्येक हितग्राही मूलक योजनाओं का प्रचार-प्रसार करते हुए ज्यादा से ज्यादा पशुपालक किसानों को लाभान्वित किया जाए। विभागीय अधिकारी ग्रामीण स्तर पर शिविरों और जनसंपर्क के माध्यम से यह सुनिश्चित करें। पूरी खबर पढ़े….