राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

कृषक जगत समाचार@ 5.00 PM: फूड बास्केट I फूड प्रोसेसिंग I दीनदयाल अंत्योदय योजना I ट्रॉपिकल सिस्टम्स I डिजिटल कृषि I ग्रामीण विकास

24 दिसंबर 2024, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें…

1. भारत को ‘विश्व की फूड बास्केट’ बनाने की ओर केंद्र का कदम, प्राकृतिक खेती से किसान सशक्तिकरण पर जोर

कृषि क्षेत्र में भारत की सशक्त भूमिका ने वैश्विक मंच पर अपनी छाप छोड़ी है। कोविड महामारी के दौरान, जब वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं लड़खड़ा रही थीं, भारत का कृषि क्षेत्र मजबूती से खड़ा रहा। देश की जीडीपी में कृषि का योगदान लगभग 18% है, जो इसकी महत्ता को रेखांकित करता है। इस पृष्ठभूमि में केंद्र सरकार ने कृषि क्षेत्र को और सुदृढ़ करने के लिए कई योजनाओं पर काम तेज किया है। पूरी खबर पढ़े….

2. भारत में ऊँटनी दूध उद्योग की संभावनाओं पर चर्चा, बीकानेर में आयोजित कार्यशाला

 ऊँटों की घटती आबादी और ऊँटनी दूध उद्योग की संभावनाओं को सामने लाने के लिए, राजस्थान के बीकानेर में एक दिवसीय हितधारक कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2024 को अंतर्राष्ट्रीय कैमेलिड वर्ष घोषित किए जाने के तहत आयोजित की गई थी। इस कार्यक्रम का आयोजन मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पशुपालन और डेयरी विभाग (डीएएचडी) ने एफएओ और आईसीएआर-राष्ट्रीय ऊँट अनुसंधान केंद्र (एनआरसीसी) के सहयोग से किया। पूरी खबर पढ़े….

3. फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज के लिए सरकारी अनुदान: प्रोत्साहन और सहायता से विकास को बढ़ावा

खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (MoFPI) खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में परिवर्तनकारी विकास के लिए केंद्रीय योजनाओं के माध्यम से बड़े अनुदान और प्रोत्साहन प्रदान कर रहा है। इनमें प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (PMKSY), खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के लिए उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन योजना (PLISFPI) और प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम औपचारिककरण योजना (PMFME) शामिल हैं। पूरी खबर पढ़े….

4. ₹9.71 लाख करोड़ का बैंक क्रेडिट, DAY-NRLM के तहत SHGs को आर्थिक समर्थन

दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) ग्रामीण भारत के विकास में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह योजना महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों (SHGs) में संगठित कर उन्हें वित्तीय समावेशन, उद्यमशीलता और क्षमता निर्माण के जरिए आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है। पूरी खबर पढ़े….

5. प्रदेश में 131 लाख हेक्टेयर में हुई बोनी

चालू रबी सीजन 2024-25 में अब तक 131 लाख 57 हजार हेक्टेयर में बोनी हो गई है। जो लक्ष्य के विरुद्ध लगभग 94 फीसदी है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में 131.60 लाख हेक्टेयर में बोनी हुई थी। राज्य की प्रमुख फसल गेहूं की बोनी अब तक 87.39 लाख हेक्टेयर में हो गई है। इस वर्ष रबी फसलों का लक्ष्य 140.08 लाख हेक्टेयर रखा गया है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष बुवाई समान गति से बल रही है। पूरी खबर पढ़े….

6. सुनिये, किसानों की भी सुनिये

भारत में किसान देश की पूंजी हैं। देश के घरेलू उत्पाद की वृद्धि में कृषि महत्वपूर्ण रोल अदा करती है। यदि किसान धनी हैं तो समूचा देश धनी है। भारत की अर्थव्यवस्था कृषि उत्पादन पर निर्भर करती है। इसलिए कृषि की भारतीय अर्थव्यवस्था में बहुआयामी भूमिका है। प्राथमिक क्षेत्र, जिसमें कृषि आती है, द्वितीय एवं तृतीय क्षेत्र के लिए नींव है। कृषि ही सकल घरेलू उत्पाद को बढ़ाती है।पूरी खबर पढ़े….

7. पैक्स को मिलेगी पेट्रोल, डीजल की डीलरशिप

प्राथमिकम कृषि सहकारी समितियों (पैक्सर) द्वारा की जाने वाली गतिविधियों के क्षेत्र का विस्तार करने के लिए, जिससे उन्हें वित्तीय रूप से मजबूत और टिकाऊ बनाया जा सके, इसके लिए एलपीजी डीलरशिप के लिए आवेदन करने की अनुमति दी गई है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने एलपीजी डॉलरशिप के लिए पैक्स को अहंता प्रदान करने के लिए अपने दिशा-निर्देशों में संशोधन किया है। पूरी खबर पढ़े….

8. डिजिटल कृषि में नए आयाम: ग्रामीण डिजिटल बुनियादी ढांचे के विकास पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

भारत में डिजिटल कृषि के भविष्य को आकार देने और ग्रामीण डिजिटल बुनियादी ढांचे के विकास पर विचार-विमर्श करने के लिए ICRISAT (इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर द सेमी-एरिड ट्रॉपिक्स) ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) और राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी (NAAS) के साथ मिलकर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। यह कार्यक्रम 17 से 18 दिसंबर 2024 तक ए.पी. शिंदे सिम्पोजियम हॉल, नई दिल्ली में संपन्न हुआ। पूरी खबर पढ़े….

9. ट्रॉपिकल एग्रो सिस्टम्स: विकास, नवाचार और बाजार नेतृत्व में अग्रणी

1965 में स्थापित, ट्रॉपिकल एग्रो सिस्टममा ने भारत के कृषि रसायन और जैविक उत्पाद क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाई है। कृषक जगत के आंग्ल प्रकाशन ‘ग्लोबल एग्रीकल्चर’ के संपादक निमिष गंगराड़े के साथ एक विशेष बातचीत में, ट्रॉपिकल एग्रो के दूरदर्शी संस्थापक श्री वी. के. झंवर ने कंपनी की परिकर्तनकारी यात्रा, भविष्य की रणनीतियों और भारतीय कृषि पर इसके प्रभाष पर विस्तार से चर्चा की। पूरी खबर पढ़े….

10. मनरेगा में सुधार के लिए विचार-मंथन: केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने उठाए बड़े कदम

 ग्रामीण भारत के विकास और रोजगार की स्थिरता के लिए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण विचार-मंथन सत्र आयोजित किया। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में राज्यों के कमिश्नरों, मनरेगा वर्कर्स, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों और जमीनी स्तर के अधिकारियों ने अपने सुझाव और अनुभव साझा किए। पूरी खबर पढ़े….

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