राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

कृषक जगत समाचार@ 5.00 PM: किसानों से संवाद I 2025 मानसून अलर्ट I कृषि संकल्प अभियान I कपास की खेती I पशुपालन

13 मई 2025, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें….

1. शिवराज सिंह चौहान ने कहा- देशभर में 15 दिवसीय अभियान के तहत कृषि वैज्ञानिक गांव-गांव जाकर किसानों से करेंगे सीधा संवाद

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि “विकसित कृषि संकल्प अभियान” के तहत देश के 700 से अधिक जिलों में 15 दिवसीय व्यापक पहल शुरू की जा रही है। यह अभियान 29 मई से 12 जून 2025 तक चलेगा, जिसके दौरान कृषि वैज्ञानिक और मंत्रालय के अधिकारी गांव-गांव जाकर किसानों से सीधे संवाद करेंगे और खेती से जुड़ी आधुनिक जानकारियां साझा करेंगे। पूरी खबर पढ़े….

2. किसानों को उनकी उपज खरीद का भुगतान होने में देरी न हो:- श्री शिवराज सिंह

केंद्रीय कृषि व ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने देश के कृषि क्षेत्र की प्रगति के संबंध में  कृषि भवन, नई दिल्ली में समीक्षा बैठक की और वरिष्ठ अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान श्री शिवराज सिंह ने किसानों से चना, मसूर, उड़द एवं अरहर की खरीद के संबंध में निर्देश देने के साथ ही अधिकारियों से कहा कि ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए, पूरी खबर पढ़े….

3. 2025 मानसून अलर्ट: 27 मई से बारिश की शुरुआत, धान-मक्का की बुवाई शुरू!

किसानों के लिए खुशखबरी है! इस बार मानसून समय से 5 दिन पहले आने वाला है। भारत मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, 27 मई को केरल तट पर मानसून की पहली बारिश हो सकती है। यह पिछले 5 वर्षों में सबसे जल्दी आने वाला मानसून होगा। इससे धान, मक्का, सोयाबीन और गन्ना जैसी फसलों की बंपर पैदावार की उम्मीद की जा रही है। पूरी खबर पढ़े….

4. किसानों के लिए राहत भरी खबर, 27 मई को केरल पहुंचेगा मानसून

देश के किसान मानसून का इंतजार कर रहे है ताकि खेती के लिए आगे की प्लानिंग की जा सके तो यह खबर किसानों के लिए राहत भरी ही होगी क्योंकि भारत मौसम विभाग ने यह कहा है कि 27 मई के दिन केरल में मानसून पहुंच जाएगा। हालांकि यह भविष्यवाणी है लेकिन इतना तय माना जा रहा है कि इस बार मानसून अपने निर्धारित समय के चार दिन पहले केरल पहुंचने की पूरी संभावना है। पूरी खबर पढ़े….

5. देशभर में चलेगा विकसित कृषि संकल्प अभियान- शिवराज सिंह

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) द्वारा देशभर में विकसित कृषि संकल्प अभियान चलाया जाएगा। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि यह अभियान 700 से ज्यादा जिलों में 29 मई से प्रारंभ होकर 12 जून तक चलेगा। पूरी खबर पढ़े….

6. कृषि मंत्री ने ली समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए ये महत्वपूर्ण निर्देश

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश के कृषि क्षेत्र की प्रगति के संबंध में कृषि भवन, नई दिल्ली में समीक्षा बैठक की और वरिष्ठ अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान शिवराज सिंह ने किसानों से चना, मसूर, उड़द एवं अरहर की खरीद के संबंध में निर्देश देने के साथ ही अधिकारियों से कहा कि ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए, जिससे कि किसानों को उनकी उपज खरीद का भुगतान होने में देरी नहीं हो, पूरी खबर पढ़े….

7. विकसित कृषि संकल्प अभियान: खरीफ से पहले 700 जिलों में किसानों से सीधा संवाद

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (आईसीएआर) मिलकर देश के 700 से अधिक जिलों में विकसित कृषि संकल्प अभियान शुरू करने जा रहे हैं। यह अभियान 29 मई से 12 जून 2025 तक चलेगा, जिसके तहत कृषि वैज्ञानिक और मंत्रालय के अधिकारी गांव-गांव जाकर किसानों से बातचीत करेंगे और उन्हें आधुनिक खेती की तकनीकों से अवगत कराएंगे। पूरी खबर पढ़े….

8. तापी बेसिन मेगा प्रोजेक्ट: दो राज्यों के 3.5 लाख हेक्टेयर खेतों में आएगा पानी

मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र ने मिलकर “तापी बेसिन मेगा रीचार्ज परियोजना” के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. शनिवार को भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस परियोजना के लिए समझौता पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. यह परियोजना दोनों राज्यों के लिए भूजल पुनर्भरण और सिंचाई के क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू करने का दावा करती है. पूरी खबर पढ़े….

9. कपास की खेती: 2025 में आधुनिक तकनीकों से बढ़ता उत्पादन

कपास, जिसे “सफेद सोना” के नाम से भी जाना जाता है, भारत की सबसे महत्वपूर्ण नकदी फसलों में से एक है। यह न केवल कृषि अर्थव्यवस्था का आधार है, बल्कि सूती वस्त्र उद्योग के लिए भी मुख्य कच्चा माल प्रदान करता है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कपास उत्पादक देश है, जो वैश्विक कपास उत्पादन का लगभग 25% हिस्सा देता है। पूरी खबर पढ़े….

10. पशु आहार में गैर-परंपरागत फीड (NCFR) संसाधनों की संभावनाएं

भारत जैसे कृषि प्रधान देश में पशुपालन ग्रामीण परिवारों की आजीविका का आधार है। लेकिन बढ़ती जनसंख्या और सीमित संसाधनों के बीच पशुओं के लिए गुणवत्तापूर्ण चारे की निरंतर उपलब्धता एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है। परंपरागत चारे जैसे हरा चारा, सूखा चारा और दाने अक्सर महंगे होते हैं या पूरे साल भर उपलब्ध नहीं रहते। पशु आहार की आपूर्ति और मांग के बीच के अंतर को पाटने, भोजन के लिए मानव और पशुओं के बीच प्रतिस्पर्धा को कम करने और उपलब्ध चारा स्रोतों को पोषण संबंधी पर्याप्तता प्रदान करने के लिए गैर-परंपरागत चारा संसाधनों (Non & Conventional Feed Resources & NCFR) की ओर ध्यान देना समय की मांग है। पूरी खबर पढ़े….

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