राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

चीनी उत्पादन में भारी गिरावट, महाराष्ट्र के ये हो गए हाल

25 मार्च 2025, नई दिल्ली: चीनी उत्पादन में भारी गिरावट, महाराष्ट्र के ये हो गए हाल – चीनी उत्पादन को लेकर लगातार यह समाचार सामने आ रहे है कि उत्पादन में भारी गिरावट दर्ज हुई है. महाराष्ट्र से भी कुछ इसी तरह ही खबर सामने आई है. बताया जा रहा है कि राज्य में बीते वर्ष की तुलना में चीनी का उत्पादन 79.74 लाख टन हुआ है जबकि बीते सीजन में यह आंकड़ा 106.75 लाख टन था.

यानी इस साल महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन लगभग 25 प्रतिशत कम रहा है. लिहाजा चालू सीजन 100 दिनों से भी कम समय तक ही चलने की उम्मीद है. इससे चीनी मिलों पर भारी वित्तीय दबाव पड़ने वाला है. राज्य की 200 में से 182 चीनी मिलें के बंद हो चुकी हैं, जिससे अब महाराष्ट्र का 2024-25 का चीनी पेराई सीजन समाप्ति की ओर है. दरअसल, चीनी उत्पादन में इस गिरावट का कारण पेराई सीजन की देरी से शुरूआत, इथेनॉल उत्पादन के लिए गन्ने का उपयोग और गन्ना उपज में गिरावट है. चीनी आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य में चीनी मिलों ने अब तक 843.33 लाख टन गन्ने की पेराई की है, जिसमें औसत चीनी रिकवरी दर 9.46 प्रतिशत है. वहीं पिछले साल मिलों ने 10.2 प्रतिशत की हाई रिकवरी दर के साथ 1046.58 लाख टन गन्ने की पेराई की थी. चीनी उद्योग विशेषज्ञों की मानें तो बाकी शुगर मिलें भी जल्द ही अपना काम बंद कर देंगी और ये चीनी पेराई सीजन जल्दी खत्म हो जाएगा. आमतौर पर महाराष्ट्र में पेराई सीजन अक्टूबर के मध्य में शुरू होता है और मार्च या अप्रैल की शुरुआत यानी लगभग 140 से 150 दिनों तक चलता है. जबकि इस साल आम चुनावों और गन्ने की खेती में गिरावट के कारण सीजन नवंबर के अंत से शुरू हो पाया था. महाराष्ट्र में अधिकांश चीनी मिलें नवम्बर के अंत तक ही परिचालन शुरू कर सकीं हैं.

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