कृषक जगत समाचार@ 5.00 PM: राष्ट्रहित में सहयोग I कृषि संकल्प अभियान I कपास की खेती I रासी अमेज I सिंगल विंडो सिस्टम
15 मई 2025, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें….
1. मतभेद भुलाकर राष्ट्रहित में करें समर्थन और सहयोग
पहलगाम में पर्यटकों की उनके परिवार के सामने ही आतंकवादियों द्वारा की गई निर्मम हत्या के बाद भारत की प्रतिक्रिया स्वाभाविक थी. आतंकवादियों को तैयार कर भारत में अस्थिरता पैदा करने के उद्देश्य से आतंकवादियों को भेजने वाले पड़ोसी देश पाकिस्तान के खिलाफ भारत द्वारा चरणबद्ध तरीके से कार्रवाई शुरू की गई हैं। पूरी खबर पढ़े….
2. देश के 700 से ज्यादा जिलों में चलेगा कृषि संकल्प अभियान
केन्द्रीय कृषि अभियांत्रकी संस्थान,भोपाल के निदेशक डॉ. सी.आर.मेहता ने बताया की केंद्रीय कृषि मंत्रालय और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (आईसीएआर) द्वारा देशभर में विकसित कृषि संकल्प अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने इस बात की जानकारी दी की केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा घोषणा की गयी है. पूरी खबर पढ़े….
3. खरपतवार अनुसंधान निदेशालय की 6 टीमें चलाएंगी कृषि संकल्प अभियान
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) द्वारा देशभर में कृषि संकल्प अभियान 29 मई से 12 जून, 2025 तक चलाने की घोषणा की गई है। इसी तारतम्य में, डॉ पी के सिंह , अध्यक्ष, प्रेस तथा मीडिया समिति खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, जबलपुर ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, जबलपुर के 18 वैज्ञानिकों की 6 टीमों को मध्यप्रदेश के 6 विभिन्न जिलों में यह अभियान क्रियान्वित करने का दायित्व सौंपा गया है, पूरी खबर पढ़े….
4. शिवराज सिंह चौहान ने कहा- देशभर में 15 दिवसीय अभियान के तहत कृषि वैज्ञानिक गांव-गांव जाकर किसानों से करेंगे सीधा संवाद
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि “विकसित कृषि संकल्प अभियान” के तहत देश के 700 से अधिक जिलों में 15 दिवसीय व्यापक पहल शुरू की जा रही है। यह अभियान 29 मई से 12 जून 2025 तक चलेगा, जिसके दौरान कृषि वैज्ञानिक और मंत्रालय के अधिकारी गांव-गांव जाकर किसानों से सीधे संवाद करेंगे और खेती से जुड़ी आधुनिक जानकारियां साझा करेंगे। पूरी खबर पढ़े….
5. कपास की खेती: 2025 में आधुनिक तकनीकों से बढ़ता उत्पादन
कपास, जिसे “सफेद सोना” के नाम से भी जाना जाता है, भारत की सबसे महत्वपूर्ण नकदी फसलों में से एक है। यह न केवल कृषि अर्थव्यवस्था का आधार है, बल्कि सूती वस्त्र उद्योग के लिए भी मुख्य कच्चा माल प्रदान करता है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कपास उत्पादक देश है, जो वैश्विक कपास उत्पादन का लगभग 25% हिस्सा देता है। पूरी खबर पढ़े….
6. बढ़ती जनसंख्या: घटता कृषि रकबा
भारत विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है और चीन, रूस, अमेरिका आदि देशों से जमीन कम होने के बावजूद सौभाग्य से दाल व तिलहन को छोड़कर खाद्यान्न के मामले में पूरी तरह आत्मनिर्भर हो गया है। खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने में कृषि की उन्नत तकनीक, उन्नत बीज, कृषि यंत्रों के उपयोग के साथ रासायनिक खादों और दवाओं का उपयोग करना शामिल है। पूरी खबर पढ़े….
7. किसानों की आय, खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने खरपतवार प्रबंधन नीति पर मंथन करेगा पीएचडी चैंबर
आगामी 29 मई, 2025 को पीएचडी हाउस, नई दिल्ली में ‘खरपतवार प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय नीति: किसानों की आय और खाद्य सुरक्षा के लिए आवश्यक’ विषय पर पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) एक उच्च स्तरीय उद्योग राउंड टेबल कांफ्रेंस आयोजित करने जा रहा है। इस कार्यक्रम का नेतृत्व कृषि-इनपुट क्षेत्र की एक प्रमुख आवाज डॉ. आर. जी. अग्रवाल की अध्यक्षता में कृषि व्यवसाय समिति द्वारा किया जा रहा है। पूरी खबर पढ़े….
8. दक्षिण-पश्चिम मानसून अंडमान सागर और निकोबार द्वीपसमूह में पहुंचा; देशभर में बारिश और लू को लेकर अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने घोषणा की है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 13 मई, 2025 को दक्षिण बंगाल की खाड़ी, दक्षिण अंडमान सागर, निकोबार द्वीपसमूह और उत्तर अंडमान सागर के कुछ हिस्सों में दस्तक दे दी है। पूरी खबर पढ़े….
9. रासी सीड्स ने नए हाइब्रिड ‘रासी अमेज’ को लांच किया
कपास क्षेत्र में देश की अग्रणी कम्पनी रासी सीड्स प्रा. लि. ने गत दिनों खरगोन में अपने नए हाइब्रिड ‘रासी अमेज ‘ का लॉन्चिंग प्रोग्राम आयोजित किया, जिसमें कम्पनी के मार्केटिंग हेड श्री सत्य नारायण राव, प्रोडक्ट मैनेजर श्री नवीन कुमार गौड़ , डिविजनल बिजनेस मैनेजर श्री हितेन धमशानिया, रीजनल बिजनेस मैनेजर श्री अखिल प्रताप सिंह, रीजनल क्रॉप मैनेजर श्री विजय पाल सिंह ,सभी टेरीटरी मैनेजर सहित निमाड़ क्षेत्र के 150 विक्रेता एवं वितरक शामिल हुए। पूरी खबर पढ़े….
10. मध्यप्रदेश: सहकारी समितियों और किसानों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम, सीपीपीपी विंग की होगी स्थापना
मध्यप्रदेश में सहकारी क्षेत्र को मजबूत करने और निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने को-ऑपरेटिव पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (सीपीपीपी) मॉडल के तहत एक नई पहल शुरू की है। इसके लिए एक विशेष “सीपीपीपी विंग” की स्थापना का निर्णय लिया गया है, जो सिंगल विंडो सिस्टम के रूप में काम करेगा। पूरी खबर पढ़े….